Credit Score खराब होने से आपको बैंक या NBFC से लोन नहीं मिल रहा? अपनाएं ये तरीके

क्रेडिट रेटिंग एजेंसियां व्यक्ति के पर्सनल फाइनेंस की स्थिति के आधार पर स्कोर देती हैं। आम तौर पर यह स्कोर 300 से 900 के बीच होता है। 300 क्रेडिट स्कोर को खराब और 900 क्रेडिट स्कोर को सबसे अच्छा माना जाता है

अपडेटेड Dec 03, 2024 पर 5:33 PM
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नौकरी करने वाले किसी व्यक्ति का क्रेडिट स्कोर 700 तक है तो बैंक और एनबीएफसी लोन के उसके रिक्वेस्ट को एप्रूव कर देते हैं।

अचानक पैसे की जरूरत पड़ने पर कई बार पर्सनल लोन लेने को मजबूर होना पड़ता है। बैंक और एनबीएफसी आम तौर पर नौकरी करने वाले लोगों के पर्सनल लोन के रिक्वेस्ट जल्द एप्रूव कर देते हैं। सरकारी एंप्लॉयीज को लोन जल्द मिल जाता है। हालांकि, बैंक और एनबीएफसी ग्राहक की उम्र, जॉब प्रोफाइल और एंप्लॉयमेंट की डिटेल को भी देखते हैं। लेकिन, उनकी नजरें सबसे ज्यादा ग्राहक के क्रेडिट स्कोर पर होती हैं। क्रेडिट स्कोर खराब होने पर लोन मिलने में दिक्कत आ सकती है। खराब क्रेडिट स्कोर होने पर नौकरी करने वाले लोगों को भी बैंक लोन नहीं देना चाहते। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।

लोन के लिए कितना क्रेडिट स्कोर जरूरी है?

क्रेडिट रेटिंग एजेंसियां (Credit Rating Agencies) व्यक्ति के पर्सनल फाइनेंस की स्थिति के आधार पर स्कोर देती हैं। आम तौर पर यह स्कोर 300 से 900 के बीच होता है। 300 क्रेडिट स्कोर को खराब और 900 क्रेडिट स्कोर को सबसे अच्छा माना जाता है। अगर किसी व्यक्ति का क्रेडिट स्कोर अच्छा है तो इसका मतलब है कि उसकी क्रेडिट हिस्ट्री अच्छी है। नौकरी करने वाले किसी व्यक्ति का क्रेडिट स्कोर अगर 700 तक है तो बैंक और एनबीएफसी लोन के उसके रिक्वेस्ट को एप्रूव कर देती हैं। लेकिन, इससे कम के स्कोर पर लोन लेने में दिक्कत आती है।


खराब क्रेडिट स्कोर पर भी मिलेगा लोन

अगर किसी व्यक्ति का क्रेडिट स्कोर कम है तो इसका मतलब यह नहीं कि उसे लोन नहीं मिल पाएगा। कई एनबीएफसी कम क्रेडिट स्कोर वाले लोगों को भी लोन देती हैं। लेकिन, वे लोन पर ज्यादा इंटरेस्ट वसूलती हैं। इसके अलावा लोन रिपेमेंट की शर्तों भी सख्त होती हैं। एक्सपर्ट्स का कहना है कि सबसे पहले यह देखने की जरूरत है कि आपका क्रेडिट स्कोर कम क्यों है। अगर आपने क्रेडिट कार्ड का कोई बिल नहीं चुकाया है या किसी EMI पेमेंट पर डिफॉल्ट किया है तो यह आपके कम क्रेडिट स्कोर की वजह हो सकता है। क्रेडिट रिपोर्ट से इसका पता चल सकता है।

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इन उपायों से ठीक हो जाएगा क्रेडिट स्कोर

अगर क्रेडिट रिपोर्ट में इस तरह की कोई जानकारी दिखती है तो बकाया पेमेंट कर लायबिलिटी खत्म की जा सकती है। कई बार क्रेडिट रिपोर्ट में कुछ गलत जानकारी होती है, जिसका निगेटिव असर क्रेडिट स्कोर पर पड़ता है। अगर क्रेडिट रिपोर्ट में ऐसी जानकारी दिखती है तो उसे ठीक कराने के लिए क्रेडिट रेटिंग एजेंसी को रिक्वेस्ट किया जा सकता है। इससे आपका क्रेडिट स्कोर बढ़ सकता है। एक्सपर्ट्स समय-समय पर क्रेडिट स्कोर चेक करने की सलाह इसीलिए देते रहते हैं।

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