पर्सनल लोन की EMI समय पर न चुकाई जाए तो इसका सीधा असर आपके क्रेडिट स्कोर पर पड़ता है। एक दिन की चूक भी आपके CIBIL स्कोर में गिरावट ला सकती है जो 50 से 200 से अधिक अंक तक हो सकती है। इससे भविष्य में लोन मिलना मुश्किल हो जाता है या ब्याज दरें बढ़ जाती हैं। लंबे समय तक EMI मिस होने पर आपको जुर्माना भी देना पड़ता है और आपका लोन नॉन-परफॉर्मिंग एसेट (NPA) की श्रेणी में आ सकता है।
क्रेडिट स्कोर में गिरावट से क्या परेशानियां आती हैं?
क्रेडिट स्कोर कम होने पर बैंक या वित्तीय संस्थान आपको उच्च जोखिम वाला समझते हैं। इससे लोन आवेदन मंजूर नहीं हो पाते या लोन राशि कम दी जाती है। ब्याज दरें बढ़ सकती हैं या कोलैटरल की मांग हो सकती है। कई बार आपकी प्रॉपर्टी जब्त करने तक की स्थिति आ जाती है।
अगर EMI मिस हो गई है तो घबराने की जरूरत नहीं है। सबसे पहले बकाया EMI का तुरंत भुगतान करें। नियमित भुगतान करें और नए लोन आवेदन में सतर्क रहें। हर 3 महीने में अपनी क्रेडिट रिपोर्ट जांचें ताकि कोई गलती न हो। खर्चों का बजट बनाएं और अपनी फाइनेंशियल हेल्थ पर ध्यान दें, जिससे भविष्य में EMI मिस करने से बचा जा सके।
EMI पेमेंट डेट को ध्यान में रखें और बैंक या NBFC से जुड़ी नोटिफिकेशन तुरंत देखें। अगर पैसों की तंगी हो तो लोन संस्था से बातचीत करके पुनर्निर्धारण या EMI रिफाइनेंसिंग के विकल्प तलाशें। सही तरीके से EMI भुगतान कर आप अपने क्रेडिट स्कोर को बेहतर बनाए रख सकते हैं, जो भविष्य में वित्तीय लेन-देन के लिए लाभकारी होगा।