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Direct tax collection : एडवांस टैक्स में बढ़ोतरी के दम पर प्रत्यक्ष कर संग्रह 20% बढ़कर 18.90 लाख करोड़ रुपये पर पहुंचा

Advance Tax collections : केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड ने कहा है कि 18,90,259 करोड़ रुपये (17 मार्च तक) के शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह में 9,14,469 करोड़ रुपये का कॉरपोरेशन टैक्स (नेट ऑफ रिफंड), 9 72,224 करोड़ रुपये (नेट ऑफ रिफंड) का व्यक्तिगत आयकर और 9,72,224 करोड़ रुपये का (नेट ऑफ रिफंड) प्रतिभूति लेनदेन कर शामिल है

अपडेटेड Mar 20, 2024 पर 10:33 AM
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ग्रॉस बेसिस पर रिफंड समायोजित करने से पहले, प्रत्यक्ष कर संग्रह 22.27 लाख करोड़ रुपये था, जो कि एक साल पहले की अवधि की तुलना में 18.74 फीसदी ज्यादा है

Direct tax collection : एडवांस टैक्स कलेक्शम जोरदार बढ़त के कारण 17 मार्च तक शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह 19.88 फीसदी बढ़कर 18.90 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गया है। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) ने बताया है कि 18,90,259 करोड़ रुपये (17 मार्च तक) के शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह में 9,14,469 करोड़ रुपये का कॉरपोरेशन टैक्स (CIT)(नेट ऑफ रिफंड), 9 72,224 करोड़ रुपये (नेट ऑफ रिफंड) का व्यक्तिगत आयकर (PIT)और 9,72,224 करोड़ रुपये का (नेट ऑफ रिफंड) प्रतिभूति लेनदेन कर (STT) शामिल है।

केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड के मुताबिक वित्त वर्ष 2023-24 (17 मार्च तक) के लिए एडवांस टैक्स कलेक्शन 9.11 लाख करोड़ रुपये रहा है जो पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 22.31 फीसदी ज्यादा है। 9,11,534 करोड़ रुपये के एडवांस टैक्स कलेक्शन में 6.73 लाख करोड़ रुपये का कॉरपोरेशन टैक्स और 2.39 लाख करोड़ रुपये का व्यक्तिगत आयकर शामिल है।

चालू वित्त वर्ष में 17 मार्च तक करीब 3.37 लाख करोड़ रुपये का रिफंड भी जारी किया जा चुका है।


ग्रॉस बेसिस पर रिफंड समायोजित करने से पहले, प्रत्यक्ष कर संग्रह 22.27 लाख करोड़ रुपये था, जो कि एक साल पहले की अवधि की तुलना में 18.74 फीसदी ज्यादा है।

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सीबीडीटी ने एक बयान में कहा "वित्त वर्ष 2023-24 (17 मार्च, 2024 तक) के लिए प्रत्यक्ष कर संग्रह के प्रोविजनल आंकड़े बताते हैं कि शुद्ध संग्रह 18,90,259 करोड़ रुपये रहा है, जबकि पिछले वित्त वर्ष (वित्त वर्ष 2022-23) की इसी अवधि में यह 15,76,776 करोड़ रुपये रहा था। इस संग्रह में सालाना आधार पर 19.88 फीसदी की बढ़त हुई है"।

सरकार ने प्रत्यक्ष कर संग्रह के संशोधित अनुमान में पूरे वित्त वर्ष (अप्रैल-मार्च) के लिए प्राप्तियां 19.45 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान लगाया था।

डेलॉइट इंडिया के पार्टनर सुमित सिंघानिया का कहना कि कर राजस्व में साल-दर-साल लगभग 20 फीसदी की बढ़त साल भर किए गए कर नीति सुधारों की उपलब्धि दर्शाती और जरूरी नहीं कि यह वार्षिक बजटीय अभ्यास का हिस्सा हो। सबसे खास बात एडवांस टैक्स कलेक्शन मे मजबूत बढ़त है जो यकीनन करदाताओं में बढ़ते स्वैच्छिक अनुपालन के रुझान का परिणाम है।

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