अगर आपको लगता है कि पड़ोस या रिश्तेदारी में होने वाली बातें सिर्फ चुगली हैं? तो यह खबर आपको झटका दे देगी। भारत में गॉसिप अगर आपकी इज्जत खराब कर दे, आपकी फैमिली को शर्मिंदा करे या आपको मानसिक तनाव दे, तो यह सिर्फ गॉसिप नहीं है। ये एक कानूनी अपराध बन जाता है। इसके लिए आप सीधे केस भी कर सकते हैं।
झूठी बातें आपकी इमेज गिराती हैं?
इंडियन पीनल कोड (IPC) के तहत, अगर कोई आपके बारे में गलत बातें फैलाता है और आपकी सोसायटी में इमेज खराब होती है, तो यह डिफेमेशन यानी मानहानि माना जाता है। मतलब चाची, भाभी, पड़ोसी या मोहल्ले की आंटी… कोई भी झूठ फैलाए, आप उसे कोर्ट में घसीट सकते हैं। IPC 499/500 के तहत दोषी को दो साल तक जेल और फाइन दोनों हो सकते हैं।
कई बार गॉसिप के साथ धमकी, डराना या बदनाम करने की कोशिश भी की जाती है। यह और भी बड़ा अपराध है। अगर कोई गॉसिप फैलाते हुए आपको डराए, धमकाए या ब्लैकमेल करे। तो इसके लिए भी कोर्ट केस कर सकते हैं। लगातार ऐसे बोल जो आपको भड़काने के लिए हों। इनके लिए भी पुलिस केस बनता है।
औरतों के खिलाफ गंदी बातें
अगर किसी महिला की इज्जत, चरित्र या मर्यादा पर की गई टिप्पणी गॉसिप का हिस्सा है। तो IPC 509 लागू होता है। साल ही 3 साल की जेल और फाइन लग सकता है। यह कानून महिलाओं को सार्वजनिक शर्मिंदगी और निजी अपमान से बचाने के लिए बनाया गया है। अगर आपने नुकसान साबित कर दिया तो आपको मुआवजा मिल सकता है।
रिकॉर्डिंग – ऑडियो या वीडियो
पड़ोसियों या रिश्तेदारों के गवाह
तारीख, जगह और घटना की लिखित डिटेल
सबूत जितने मजबूत, आपका केस उतना दमदार।
सबसे पहले एक लीगल नोटिस भेजें। फिर पुलिस में शिकायत करें। अगर पुलिस सुस्त है। सीधे कोर्ट में प्राइवेट कंप्लेंट। जरूरत पड़े तो SP के ऑफिस जाएं। लेकिन ध्यान रखें, सिर्फ सुनी–सुनाई बातों पर केस नहीं चलता। कोर्ट में सबूत चाहिए।