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क्या आपको किसी बैंक या एनबीएफसी के खिलाफ कोई शिकायत है? जानिए कैसे हो सकता है समस्या का समाधान

एक पीड़ित ग्राहक को बैंक या गैर-बैंकिंग वित्त कंपनी जैसी रेग्युलेटेड इकाई (RE) के पास लिखित शिकायत दर्ज करके शुरुआत करनी होगी। यदि शिकायत को आरई द्वारा खारिज कर दिया जाता है, तो यह स्वचालित रूप से आरई के आंतरिक लोकपाल को भेज दी जाती है। इसके बाद भी अगर ग्राहक चाहे तो राहत के लिए आरबीआई लोकपाल के पास शिकायत कर सकता है

MoneyControl Newsअपडेटेड Jan 24, 2024 पर 5:19 PM
क्या आपको किसी बैंक या एनबीएफसी के खिलाफ कोई शिकायत है? जानिए कैसे हो सकता है समस्या का समाधान
नवंबर 2021 में केंद्र सरकार ने उपभोक्ताओं के लिए एकरूपता और सरलता सुनिश्चित करने के लिए तीन आरबीआई लोकपाल योजनाओं को एक में मिलाते हुए एक एकीकृत लोकपाल योजना शुरू की

यदि आप किसी बैंक या दूसरे आरबीआई रेग्युलेटेड संस्थाओं, जैसे गैर-बैंकिंग वित्त कंपनियों, भुगतान प्रणाली प्रतिभागियों (एनईएफटी, आरटीजीएस, यूपीआई आदि के माध्यम से भुगतान की सुविधा देने वाले) या क्रेडिट सूचना कंपनियों द्वारा प्रदान की गई सेवा से असंतुष्ट हैं तो आपके लिए सहायता उपलब्ध है। रेग्युलेटेड इकाइयों (RE) के लिए आरबीआई के आंतरिक लोकपाल गाइडलाइन और इसकी इंटीग्रेटेड लोकपाल योजना के तहत ग्राहकों के लिए एक से ज्यादा स्तरों पर सपोर्ट है।

नवंबर 2021 में केंद्र सरकार ने उपभोक्ताओं के लिए एकरूपता और सरलता सुनिश्चित करने के लिए तीन आरबीआई लोकपाल योजनाओं को एक में मिलाते हुए एक एकीकृत लोकपाल योजना शुरू की। आरबीआई ने ठीक एक महीने पहले, 29 दिसंबर को रेग्युलेटेड इकाइयों के लिए आंतरिक लोकपाल योजनाओं को एक एकीकृत योजना में अपडेट कर दिया था।

प्रत्येक रेग्युलेटेड इकाई द्वारा एक आंतरिक लोकपाल (आईओ) नियुक्त किया जाता है। ये उपभोक्ता के आरबीआई लोकपाल से संपर्क करने से पहले शिकायत के निवारण के पहले स्तर के रूप में कार्य करता है।

आरबीआई के ताजे आंकड़ों से पता चलता है कि वित्तीय वर्ष 2021-22 में आरबीआई लोकपाल को लगभग 3 लाख शिकायतें प्राप्त हुईं। इनमें से, बैंकों के ख़िलाफ़ शिकायतें सबसे अधिक थीं। बैंकों के खिलाफ कुल का 88 फीसदी शिकायतें थी। इसके बाद एनबीएफसी के ख़िलाफ़ 11 फीसदी शिकायतें थीं। इन आंकड़ों से ये भी पता चलता है कि वित्त वर्ष 2021-22 के लिए शिकायतों के निपटान की कुल दर 98 फीसदी के करीब रही।

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