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EPFO जमा करने लगा PF अकाउंट में ब्याज; आपके खाते में कितना आएगा पैसा, समझें पूरा कैलकुलेशन

EPFO Interest 2024-25: वित्त वर्ष 2024-25 के लिए EPFO ने ब्याज जमा करना शुरू कर दिया है। इस बार सरकार ने 8.25% की ब्याज दर तय की है। जानिए आपके पीएफ अकाउंट में कितना ब्याज आएगा और उस पर कैसे टैक्स लगेगा।

अपडेटेड Jun 30, 2025 पर 3:16 PM
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आपको अपने पीएफ अकाउंट में कितना ब्याज मिलेगा, यह उसमें मौजूद रकम से तय होता है।

EPFO Interest 2024-25: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए PF अकाउंट में ब्याज का पैसा जमा करना शुरू कर दिया है। इस बार केंद्र सरकार ने 8.25% की ब्याज दर तय की है। यह दर EPFO के लगभग 7 करोड़ सब्सक्राइबर्स पर लागू होगी। EPF पर मिलने वाला यह ब्याज टैक्स-फ्री होता है और लंबे समय में मजबूत रिटर्न देने वाला सुरक्षित निवेश विकल्प माना जाता है।

PF अकाउंट में कितना आएगा ब्याज?

आपको अपने पीएफ अकाउंट में कितना ब्याज मिलेगा, यह उसमें मौजूद रकम से तय होता है। अगर आपके पीएफ खाते में ₹1 लाख हैं, तो आपको 8.25% की सालाना दर ₹8,250 का ब्याज मिल सकता है। ₹1 से ₹15 लाख के पीएफ बैलेंस पर मिलने वाले ब्याज का कैलकुलेशन आप नीचे दी गई टेबल में देख सकते हैं।

EPF बैलेंस  सालाना ब्याज 
मासिक औसत ब्याज 
₹1 लाख ₹8,250 ₹687.50
₹3 लाख ₹24,750 ₹2,062.50
₹5 लाख ₹41,250 ₹3,437.50
₹10 लाख ₹82,500 ₹6,875.00
₹15 लाख ₹1,23,750 ₹10,312.50


नोट: यह आंकड़े स्थिर बैलेंस (Static Corpus) मानकर दिए गए हैं। अगर कोई कर्मचारी हर महीने PF में योगदान करता है, तो कंपाउंडिंग के चलते असल ब्याज इससे अधिक हो सकता है।

PF पर ब्याज कब और कैसे मिलता है?

EPF ब्याज हर महीने के क्लोजिंग बैलेंस पर लगाया जाता है, लेकिन यह आपके खाते में साल में एक बार ही जुड़ता है। यह समय अमूमन वित्त वर्ष के बाद का होता है, जब ब्याज दर को सरकार की मंजूरी मिल जाती है। पीएफ अकाउंट पर ब्याज की गणना कंपाउंडिंग के आधार पर होती है। इसका मतलब कि हर महीने बढ़ते बैलेंस पर ब्याज जुड़ता है।

PF पर मिलने वाले ब्याज पर टैक्स लगता है?

अगर कोई कर्मचारी किसी एक वित्त वर्ष में पीएफ खाते में ₹2.5 लाख तक कंट्रीब्यूशन करता है, तो उस पर मिलने वाला ब्याज टैक्स फ्री रहेगा। इसमें नियोक्ता यानी आपकी कंपनी की हिस्सेदारी नहीं गिनी जाती। अगर कोई कर्मचारी किसी वित्त वर्ष में ₹2.5 लाख से अधिक योगदान करता है, तो अतिरिक्त रकम पर मिलने वाला ब्याज टैक्स के दायरे में आएगा। सरकारी कर्मचारियों के मामले में यह सीमा ₹5 लाख तक है।

क्या EPF निवेश के लिहाज से फायदेमंद है?

  • 8.25% ब्याज दर मौजूदा बाजार में बैंक FD और PPF की तुलना में अधिक है।
  • सरकारी गारंटी और टैक्स छूट के चलते यह सुरक्षित विकल्प है।
  • रिटायरमेंट फंड के रूप में EPF एक लंबी अवधि की मजबूत योजना है।

EPF न केवल रिटायरमेंट के लिए फाइनेंशियल कुशन तैयार करता है, बल्कि टैक्स छूट और स्थिर ब्याज के कारण यह मिडल क्लास सैलरीड वर्ग के लिए काफी भरोसेमंद सेविंग टूल रहता है। EPFO अब UAN पोर्टल के जरिए पूरी पारदर्शिता और आसानी से बैलेंस चेक करने की सुविधा देता है। इससे आप अपने निवेश पर पूरी नजर रख सकते हैं।

यह भी पढ़ें : PF के योगदान, निकासी और ब्याज पर कैसे लगता है टैक्स? क्या हैं कर्मचारी और नियोक्ता के लिए नियम?

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