गोल्ड में 24 फरवरी को भी तेजी देखने को मिली। कमोडिटी एक्सचेंज एमसीएक्स में गोल्ड 96 रुपये यानी 0.11 फीसदी चढ़कर 86,106 रुपये पर पहुंच गया। बीते हफ्ते लगातार सातवें हफ्ते गोल्ड में तेजी देखने को मिली थी। गोल्ड में तेजी की वजह जियोपॉलिटिकल टेंशन के साथ अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी बताई जा रही है। ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी से दुनिया में व्यापार युद्ध बढ़ने का खतरा दिख रहा है। बीते सात हफ्तों में एमसीएक्स में गोल्ड ने 76,544 से 86,106 रुपये प्रति 10 ग्राम का सफर तय किया है।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि ग्लोबल मार्केट में गोल्ड की कीमतें चढ़ रही हैं। इसका असर घरेलू बाजार में भी गोल्ड की कीमतों पर पड़ रहा है। गोल्ड में तेजी की सबसे बड़ी वजह ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी है। अगर अमेरिका 1 अप्रैल के बाद रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने का ऐलान करता है तो इससे व्यापार युद्ध बढ़ सकता है। इससे कमोडिटी सहित कई चीजों की कीमतें बढ़ सकती है। इस अनिश्चितता को देखते हुए सोने में निवेश में दिलचस्पी बढ़ी है, जिससे इसकी कीमतें चढ़ रही हैं।
दुनिया के कई देशों ने अपना गोल्ड रिजर्व बढ़ाया है। इसके लिए उन्होंने गोल्ड की खरीदारी की है। इससे गोल्ड की डिमांड बढ़ी है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि शॉर्ट से मीडियम टर्म में गोल्ड में ट्रेंड पॉजिटिव लगता है। ऐसे में गोल्ड की कीमतों में तेजी जारी रह सकती है। अभी निवेश करने पर आगे अच्छा मुनाफा हो सकता है। लेकिन, निवेशकों को गोल्ड में एकमुश्त निवेश करने की जगह धीरे-धीरे निवेश करना ठीक रहेगा। निवेशक हर गिरावट पर गोल्ड में निवेश कर सकते हैं।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि इनवेस्टर्स के पोर्टफोलियो में कुछ हिस्सा गोल्ड का होना जरूरी है। जिन निवेशकों के पोर्टफोलियो में गोल्ड नहीं है, वे गोल्ड में निवेश कर सकते हैं। इनवेस्टर्स गोल्ड म्यूचुअल फंड या गोल्ड ईटीएफ में निवेश कर सकते हैं। इनमें निवेश करना काफी आसान है। जरूरत पड़ने पर निवेश आसानी से निकाला जा सकता है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि फिलहाल गोल्ड में गिरावट की संभावना नहीं है। हालांकि, गोल्ड की कीमतें कुछ समय तक सीमित दायरे में रह सकती हैं।