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धड़ाधड़ खरीद से सोना $4300/औंस के पार, 5 साल का बेस्ट रह सकता है यह हफ्ता; उम्मीद से पहले पहुंच सकता है $4500 पर

Gold Price: इस सप्ताह सोने में लगभग 8% की वृद्धि हुई है। कीमत में इस साल अब तक 65% से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है। अमेरिका के फेडरल रिजर्व ने अक्टूबर के आखिर में बेंचमार्क रेट्स में और कटौती का संकेत दिया है। ऐसा हुआ तो सोने में निवेश और बढ़ जाएगा

अपडेटेड Oct 17, 2025 पर 12:22 PM
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हर दिन सोना नए पीक क्रिएट कर रहा है।

वैश्विक बाजारों में सोना नई ऊंचाई पर पहुंच गया है। शुक्रवार को यह 4300 डॉलर प्रति औंस के मार्क को पार कर गया। यह सप्ताह सोने के लिए 5 साल का बेस्ट वीक रह सकता है। अमेरिका-चीन के बीच ट्रेड को लेकर तनाव बढ़ने और फेडरल रिजर्व की ओर से इस साल ब्याज दरों में और दो बार कटौती की संभावना इस तेजी के पीछे प्रमुख वजह हैं। इसके अलावा भू-राजनीतिक तनाव, केंद्रीय बैंकों की ओर से अच्छी खरीद, अमेरिकी सरकार का शटडाउन, एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स (ETF) में बढ़ता निवेश भी कीमतों को बढ़ावा दे रहे हैं।

साथ ही अमेरिकी क्षेत्रीय बैंकों की कर्ज संबंधी चिंता बढ़ने ने ट्रेडर्स को सोना खरीदने का एक और कारण दे दिया है। सोने की कीमत में इस साल अब तक 65% से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है। रॉयटर्स के मुताबिक, वैश्विक बाजारों में सोने का हाजिर भाव 4,378.69 डॉलर प्रति औंस के नए उच्च स्तर पर पहुंच गया। हालांकि बाद में यह थोड़ा फिसलकर 4,336.18 डॉलर प्रति औंस तक आया।

दिसंबर में डिलीवरी वाला यूएस गोल्ड फ्यूचर 1% बढ़कर 4,348.70 डॉलर पर पहुंच गया। इस सप्ताह सोने में लगभग 8% की वृद्धि हुई है। यह मार्च 2020 के बाद से इसका सबसे अच्छा सप्ताह होगा। हर दिन सोना नए पीक क्रिएट कर रहा है।


उम्मीद से पहले ही छू सकता है 4500 डॉलर का मार्क

रॉयटर्स के मुताबिक, केसीएम ट्रेड के चीफ मार्केट एनालिस्ट टिम वाटरर का कहना है कि सोने के लिए 4,500 डॉलर प्रति औंस का लक्ष्य शायद उम्मीद से पहले ही आ सकता है। लेकिन बहुत कुछ इस बात पर निर्भर करेगा कि अमेरिका-चीन के बीच ट्रेड और अमेरिकी सरकार के शटडाउन को लेकर चिंताएं बाजार पर कितने वक्त तक हावी रहती हैं।"

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन के साथ खाद्य तेल का व्यापार बंद करने की घोषणा की है। इस ऐलान ने भी बाजारों को प्रभावित किया, जिससे सोने की मांग बढ़ गई। अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड को लेकर नए तनाव पैदा हो गए हैं। चीन ने 1 नवंबर से रेयर अर्थ एलिमेंट्स पर निर्यात प्रतिबंधों की घोषणा की है। इसके बाद अमेरिका ने 1 नवंबर से चीन पर 100% एडिशनल टैरिफ की घोषणा कर दी। अमेरिका के कदम पर चीन ने भी जवाबी कार्रवाई की चेतावनी दी है। दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच तनाव से वैश्विक अर्थव्यवस्था को लंबे समय तक नुकसान पहुंचने का डर बढ़ गया है। इससे सोने की मांग बढ़ सकती है।

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फेड अक्टूबर में 0.25 प्रतिशत घटा सकता है बेंचमार्क रेट्स

जहां तक ब्याज दरों में कमी की बात है तो अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने अक्टूबर महीने के आखिर में बेंचमार्क रेट्स में और 0.25 प्रतिशत की कटौती करने का संकेत दिया है। प्रमुख ब्याज दर घटने से बॉन्ड कम आकर्षक हो जाते हैं, जिससे निवेशक सोने-चांदी जैसी कीमती धातुओं की ओर रुख करते हैं। वहीं शटडाउन के कारण अमेरिका में प्रमुख आर्थिक आंकड़ों के जारी होने में देरी से बाजार में अनिश्चितता बनी हुई है और निवेशक सेफ एसेट गोल्ड में निवेश बढ़ा रहे हैं।

वैश्विक बाजार में चांदी का हाल

चांदी का हाजिर भाव 54.35 डॉलर प्रति औंस के रिकॉर्ड उच्च स्तर तक चला गया। लेकिन फिर यह गिरकर 53.86 डॉलर प्रति औंस पर आ गया। हालांकि वीकली बेसिस पर इसमें तेजी कायम है। लंदन के बाजार में चांदी की कमी हो गई है। इसके चलते पूरी दुनिया में चांदी की सप्लाई में कमी दर्ज की जा रही है।

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