Gold Prices: सोने की कीमतों में लगातार तेजी के बाद अब कुछ गिरावट देखने को मिली है। कल के ऑल टाइम हाई से सोना करीब 1,000 रुपये प्रति 10 ग्राम सस्ता हुआ है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने का भाव कल 2,955 डॉलर प्रति औंस के अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था। हालांकि आज यह करीब 30 डॉलर (1000 रुपये) गिरकर 2,925 डॉलर प्रति औंस के आसपास कारोबार कर रहा था।
मेटल्स फोकस के प्रिसिंपल कंसल्टेंट चिराग शेठ ने हमारे सहयोगी CNBC-आवाज के साथ बातचीत में कहा कि हम लंबे समय से कहते आ रहे हैं कि सोने की कीमतों में इस साल की पहली छमाही तक अस्थिरता बनी रह सकती है। हाल में कई मौकों पर देखा है कि सोने की कीमतों में पहले उछाल आती है, फिर मुनाफावसूली होती है और फिर वापस सोने में तेजी आती है और यह ऊपर की ओर अपनी चाल बरकरार रखता है।
चिराग शेठ ने कहा कि आगे भी इस ट्रेंड के जारी रहने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि आर्थिक अनिश्चितताओं और भूराजनैतिक चिंताओं के चलते सोने के भाव में तेजी बनी हुई है। ट्रंप की टैरिफ से जुड़ी नीतियों के चलते आगे भी आर्थिक अनिश्चितताएं बरकरार रहने की उम्मीद है।
उन्होंने कहा कि अभी जिस तरह से मार्केट है, उसके हिसाब से सोने के लिए शॉर्ट-टर्म टारगेट 3,000 डॉलर प्रति औंस का है। हालांकि बाजार की परिस्थितियों को देखते हुए इसमें ओवरशूट भी हो सकता है, जिसके चलते इसकी कीमतें 3,000 डॉलर से भी काफी आगे जा सकती हैं। बता दें कि इससे पहले कई ब्रोकरेज फर्मों ने भी सोने की कीमतों के 3,200 से 3300 तक जाने का अनुमान जताया था।
चिराग शेठ ने कहा कि इसके अलावा बैंक भी अपने शॉर्ट पोजिशन को कवर कर रहे हैं। बैंक सोच रहे हैं कि टैरिफ के चलते उन्हें खामियाजा न उठाना पड़े, इसके चलते वे अपनी पोजिशन को कवर कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय मार्केट में फिलहाल ज्वैलरी की मांग कमजोर दिख रही है। यहां सोने की मांग में इसलिए तेजी आई है क्योंकि लोग इनवेस्टमेंट के लिए इसमें काफी निवेश कर रहे हैं। इसके चलते भारतीय बाजारों में सोने की कीमतों में तेजी देखी जा रही है।
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