गोल्ड में 22 अक्टूबर को लगातार दूसरे दिन बड़ी गिरावट आई। ऐसा लगता है कि गोल्ड के बुरे दिन शुरू हो गए हैं। इस साल करीब 60 फीसदी चढ़ने के बाद गोल्ड ने निवेशकों को बड़ा झटका दिया है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में गोल्ड 22 अक्टूबर को 2.6 फीसदी गिरकर 4,017.29 डॉलर प्रति औंस पर आ गया। 21 अक्टूबर को गोल्ड में 5 फीसदी से ज्यादा गिरावट आई थी। यूएस गोल्ड फ्यूचर्स भी 1.9 फीसदी टूटकर 4,032.80 डॉलर प्रति औंस पर आ गया। इधर, इंडिया में भी गोल्ड फ्यूचर्स में बड़ी गिरावट देखने को मिली।
एमसीएक्स में गोल्ड की कीमतें क्रैश
22 अक्टूबर को एमसीएक्स में शाम की ट्रेडिंग में Gold Futures 5:30 बजे 7,271 रुपये यानी 5.67 फीसदी गिरकर 1,21,000 रुपये प्रति 10 ग्राम पर चल रहा था। इससे पहले 20 अक्टूबर को गोल्ड फ्यूचर्स 1,28,271 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। अचानक गोल्ड में आई गिरावट ने निवेशकों को हैरान कर दिया है। हालांकि, किसी एसेट का प्राइस रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच जाने के बाद उसमें गिरावट आती है। इसमें टाइम करेक्शन कहा जाता है। कई एक्सपर्ट्स ने शॉर्ट टर्म में गोल्ड में गिरावट का अनुमान जताया था।
ऑल टाइम हाई से 8 फीसदी फिसला सोना
गोल्ड की कीमतें क्रैश करने की कई वजहें बताई जा रही हैं। पहला, अमेरिकी डॉलर में मजबूती का असर गोल्ड पर पड़ा है। डॉलर 0.2 फीसदी चढ़कर एक हफ्ते के हाई पर पहुंच गया है। इससे अंतरराष्ट्रीय बाजार में 21 अक्टूबर को गोल्ड 5.3 फीसदी गिर गया था। इससे पहले गोल्ड 4,381.21 डॉलर प्रति औंस के ऑल-टाइम हाई पर पहुंच गया था। 21 अक्टूबर और 22 अक्टूबर को लगातार दो दिन की गिरावट को मिला दें तो गोल्ड ऑल-टाइम हाई से करीब 8 फीसदी गिर चुका है। इसके बावजूद 2025 में इसका रिटर्न 54 फीसदी है।
इनवेस्टर्स को अमेरिका में इनफ्लेशन डेटा का इंतजार
एक्टिव ट्रेड्स में कमोडिटी एनालिस्ट रिकार्डो वानगेलिस्ता ने कहा, "बीते कुछ हफ्तों में गोल्ड में काफी तेजी देखने को मिली थी। टेक्निकल पर्सपेक्टिव से देखें तो गोल्ड की कीमतें ओवरबॉट टेरिटेरी में पहुंच गई थीं। इससे कई ट्रेडर्स ने प्रॉफिट बुक करने के लिए अपने सौदे काटे हैं।" टेक्निकल एनालिसिस के मुताबिक, गोल्ड को अपने 21 दिन के 4,005 डॉलर के मूविंग एवरेज पर सपोर्ट है। गोल्ड की की कीमतों पर अमेरिका में रिटेल इनफ्लेशन के डेटा का असर दिख सकता है। ये डेटा इस हफ्ते के आखिर में आने वाले हैं।
इन 5 वजहों से आई गोल्ड में इतनी बड़ी गिरावट
कमोडिटी एक्सपर्ट अनुज गुप्ता ने कहा कि गोल्ड में मुनाफावसूली का अनुमान था। कीमतें रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच जाने के बाद इसमें मुनाफावसूली देखने को मिल रही है, जिससे कीमतें दो दिन में करीब 8 फीसदी क्रैश कर गई हैं। उन्होंने कहा कि गोल्ड में गिरावट की दूसरी वजह जियोपॉलिटिकल टेंशन में कमी है। इजरायल और हमास के बीच लड़ाई रुक गई है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप रूस-यूक्रेन की लड़ाई बंद कराने की कोशिश कर रहे हैं। गुप्ता के मुताबिक, गोल्ड में गिरावट की तीसरी वजह यह है कि धनतरेस और दिवाली के बाद गोल्ड का प्रीमियम घट गया है। चौथी वजह डॉलर में मजबूती है। डॉलर के चढ़ने पर गोल्ड की चमक फीकी पड़ गई है। पांचवीं वजह गोल्ड की कीमतों का अपने फंडामेंटल्स से आगे निकल जाना है।