Gold Price Today: 14% घटी गहनों की डिमांड, फिर आसमान पर कैसे पहुंचा सोने का भाव; समझिए पूरा हिसाब
Gold Price Today: सोने की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं, जबकि ग्लोबल ज्वेलरी डिमांड 14% घट गई। जानिए गहनों की डिमांड घटने के बावजूद सोने का भाव लगातार क्यों बढ़ रहा है।
Gold jewelry buying: 2025 की दूसरी तिमाही में ग्लोबल गोल्ड ज्वेलरी डिमांड सालाना आधार 14% गिर गई
Gold Price Today: सोने की कीमतों में लगातार उछाल देखने को मिल रहा है। इसने घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजार में नया रिकॉर्ड हाई बना लिया है। लेकिन, इसके बीच ग्लोबल गोल्ड ज्वेलरी की डिमांड में बड़ी गिरावट आई है। यह जानकारी Axis MF Research की एक रिपोर्ट में दी गई है।
ज्वेलरी डिमांड में 14% गिरावट
Axis MF Research के मुताबिक, 2025 की दूसरी तिमाही में ग्लोबल गोल्ड ज्वेलरी डिमांड सालाना आधार 14% गिर गई, जो महामारी के दौरान के स्तर के करीब है। इसके उलट गोल्ड-सपोर्टेड ETFs में 2025 की पहली छमाही में 400 टन से ज्यादा का शुद्ध निवेश हुआ। इसी दौरान सेंट्रल बैंकों ने भी 166 टन सोना अपने रिजर्व में जोड़ा।
ज्वेलरी डिमांड घटने की वजह
निवेश की मानसिकता: अब लोग गोल्ड ETFs या फिजिकल गोल्ड में निवेश कर रहे हैं। इससे ज्वेलरी की मांग घट रही है क्योंकि सोना अब कई लोगों के लिए गहने से ज्यादा निवेश का माध्यम बन गया है।
कमजोर अमेरिकी डॉलर: डॉलर कमजोर होने से सोने की कीमतें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ज्यादा आकर्षक हो जाती हैं। निवेशक सोने में पैसा लगाते हैं, लेकिन ज्वेलरी खरीदना कम प्राथमिकता बन जाता है।
9 कैरेट ज्वेलरी: अब दुनियाभर में 9 कैरेट गोल्ड ज्वेलरी का चलन बढ़ रहा है। इसलिए महंगे ज्वेलरी की डिमांड में बड़ी गिरावट आई है।
वैश्विक निवेशकों का रुझान
Axis MF Research की रिपोर्ट के मुताबिक, 'वैश्विक अनिश्चितता के बीच निवेशक गोल्ड और सिल्वर को सेफ-हेवन एसेट्स के रूप में चुन रहे हैं। इससे ज्वेलरी की डिमांड घट रही है।' कमजोर अमेरिकी डॉलर, अमेरिकी फेडरल रिजर्व की संभावित दर कटौती और लगातार जियोपॉलिटिकल टेंशन ने निवेशकों की दिलचस्पी को और बढ़ाया है।
भारत में भी वही ट्रेंड
भारत में रिटेल निवेशकों का व्यवहार भी ग्लोबल ट्रेंड जैसा ही है। कई निवेशक मुनाफा बुक करने के लिए पुरानी ज्वेलरी बेच रहे हैं और सोच रहे हैं कि कीमतें घटने पर दोबारा खरीदारी करेंगे। साथ ही, भारत सरकार ने हॉलमार्किंग स्टैंडर्ड को बढ़ाते हुए अब 9-कैरेट ज्वेलरी को भी शामिल कर लिया है , ताकि उपभोक्ताओं को सस्ती ज्वेलरी का विकल्प मिले। पहले गोल्ड ज्वेलरी के लिए न्यूनतम 14 कैरेट था।
सिल्वर में भी जोरदार तेजी
इस बीच सिल्वर ने भी तेजी दिखाई और $40 प्रति औंस पर पहुंच गया, जो 13 साल का सबसे ऊंचा स्तर है। सोने के उलट, चांदी को निवेश और इंडस्ट्रियल डिमांड दोनों से सपोर्ट मिल रहा है। खासतौर पर सोलर पैनल, इलेक्ट्रॉनिक्स और इलेक्ट्रिक व्हीकल्स।
2025 की पहली छमाही में सिल्वर-सपोर्टेड ETFs में 95 मिलियन औंस का रिकॉर्ड इनफ्लो हुआ, जो 2024 के पूरे साल के आंकड़े से ज्यादा है। मोतीलाल ओसवाल का अनुमान है कि चांदी की कीमत 1.30 लाख रुपये से बढ़कर 1.5 लाख रुपये तक पहुंच सकता है। यानी 15.38% आ सकती है।
दिल्ली के सर्राफा बाजार में मंगलवार को सोने की कीमतों (Gold Price Today) ने नया रिकॉर्ड बना दिया। अंतरराष्ट्रीय बाजार से मिले सकारात्मक संकेतों के बीच सोना एक ही दिन में 5,080 रुपये चढ़कर 1,12,750 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया, जबकि सोमवार को इसका भाव 1,07,670 रुपये था।
सोने के साथ चांदी ने भी जोरदार छलांग लगाई। चांदी की कीमत (Silver Price Today) 2,800 रुपये बढ़कर 1,28,800 रुपये प्रति किलो हो गई। पिछली सत्र में चांदी का भाव 1,26,000 रुपये प्रति किलो था।
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