सोने ने 28 मार्च को ऊंचाई का नया रिकॉर्ड बना दिया। 24 कैरेट गोल्ड की कीमत बढ़कर 90,980 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गई। सोने की कीमतें उम्मीद से तेज बढ़ रही हैं। कमोडिटी एक्सचेंज एमसीएक्स में भी सोने में जबर्दस्त तेजी देखने को मिली। गोल्ड फ्यूचर्स 312 रुपये यानी 0.35 फीसदी बढ़कर 88,696 रुपये पर चल रहा था। अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी गोल्ड ने ऊंचाई का नया रिकॉर्ड बना दिया है। स्पॉट गोल्ड 3,079.01 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच गया, जबकि यूएस गोल्ड फ्यूचर्स 3,086.80 डॉलर प्रति औंस पर था। सवाल है कि आखिर सोने की कीमतें कहां तक जाएंगी?
अंतरराष्ट्रीय बाजार में 3100 डॉलर के बेहद करीब
एक्सपर्ट्स का कहना है कि अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पॉलिसी से दुनिया में ट्रेड वॉर का खतरा बढ़ गया है। इससे सोने (Gold) में निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ी है। गोल्ड को निवेश का सबसे सुरक्षित जरिया माना जाता है। इसलिए दुनिया में उथल-पुथल की स्थिति बढ़ने पर सोने की कीमतें चढ़नी लगती हैं। एक्सपर्ट्स का कहना है कि सोने की कीमतों में तेजी का सिलसिला जारी रहने की उम्मीद है। अब यह 3,100 डॉलर प्रति औंस के काफी करीब पहुंच गया है।
3500 डॉलर प्रति औंस तक जा सकता है भाव
गोल्ड के लिए साल 2025 शानदार दिख रहा है। गोल्ड इस साल के पहले तीन महीनों में अंतरराष्ट्रीय बाजार में 15.4 फीसदी और इंडिया में 14 फीसदी चढ़ चुका है। किसी दूसरे एसेट्स ने इस दौरान इतना रिटर्न नहीं दिया है। गोल्ड में शायद ही पहले कभी ऐसी तेजी आई होगी। बैंक ऑफ अमेरिका (BofA) ने गोल्ड के लिए अपना टारगेट बढ़ा दिया है। उसने कहा है कि अगले साल गोल्ड की कीमत 3,305 डॉलर प्रति औंस तक जा सकती है। उसने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि अगर गोल्ड में इनवेस्टमेंट डिमांड इसी तरह से बढ़ती रही तो इसका भाव अगले दो साल में 3,500 डॉलर प्रति औंस तक जा सकता है।
दुनियाभर में केंद्रीय बैंक बढ़ा रहे गोल्ड में निवेश
BofA ने अपनी रिपोर्ट में यह भी कहा है कि अभी दुनिया के केंद्रीय बैंकों के रिजर्व में गोल्ड की हिस्सेदारी 10 फीसदी है। यह बढ़कर 30 फीसदी तक जा सकता है। हालांकि, बैंक ऑफ अमेरिका ने अपनी रिपोर्ट में यह भी कहा है कि अगर अमेरिका फिस्कल कंसॉलिडेशन के रास्ते पर चलता है, जियोपॉलिटिकल टेंशन बढ़ता है और दुनिया में बड़े देशों की सरकारें आपस में सहयोग करने के लिए तैयार हो जाती हैं तो गोल्ड में तेजी पर ब्रेक लग सकता है।
यह भी पढ़ें: 1990 में एक किलो Gold से मारुति 800, 2000 में मारुति एस्टीम और 2019 में BMW खरीद सकते थे, जानिए किस तरह चढ़ा है सोना
गोल्ड में 10-15 फीसदी निवेश करने की सलाह
फाइनेंशियल एडवाइजर्स का कहना है कि निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो में गोल्ड को शामिल करना चाहिए। निवेशक 10-15 फीसदी निवेश गोल्ड में कर सकते हैं। इससे पोर्टफोलियो को डायवर्सिफायड बनाने में मदद मिलेगी। अब गोल्ड में निवेश करना बहुत आसान हो गया है। निवेशक घर बैठे गोल्ड ईटीएफ और म्यूचुअल फंडों की गोल्ड स्कीम में निवेश कर सकते हैं। हालांकि, गोल्ड ईटीएफ में निवेश करने के लिए डीमैट अकाउंट जरूरी है। लेकिन, म्यूचुअल फंड की गोल्ड स्कीम में बगैर डीमैट अकाउंट के निवेश किया जा सकता है।