सोने (Gold) के भाव में 14 जुलाई को हल्की तेजी देखने को मिली। कमोडिटी एक्सचेंज MCX पर सोने का भाव (गोल्ड फ्यूचर्स) 12 बजे 35 रुपये यानी 0.06 फीसदी की नाममात्र की तेजी के साथ 59,274 रुपये प्रति 10 ग्राम था। 13 जुलाई को यह 59,239 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। गोल्ड के लिए यह हफ्ता अच्छा रहा। अप्रैल से यह पहला हफ्ता है जब गोल्ड में तेजी देखने को मिली है। अब इसका भाव करीब एक महीने की उंचाई पर पहुंच गया है। डॉलर में कमजोरी से गोल्ड को सपोर्ट मिला है।
विदेशी बाजार में गोल्ड 1,961.79 डॉलर प्रति औंस पर था। यूएस गोल्ड फ्यूचर्स 0.1 फीसदी की मजबूती के साथ 1,965 डॉलर प्रति औंस था। इसका मतलब है कि इस हफ्ते गोल्ड में करीब 2 फीसदी तेजी आई है। 14 जुलाई को चांदी के भाव में बदलाव नहीं दिखा। यह 24.84 डॉलर प्रति औंस पर था। सिल्वर के लिए भी यह हफ्ता अच्छा रहा। मार्च के बाद इस हफ्ते सिल्वर में सबसे ज्यादा मजबूती दिखी।
गोल्ड में आगे तेजी का अनुमान
एक्सपर्ट्स का कहना है कि डॉलर इंडेक्स पिछले साल अप्रैल के बाद से अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है। इससे गोल्ड खरीदना अब पहले के मुकाबले सस्ता हो गया है। City Index में सीनियर एनालिस्ट Matt Simpson ने कहा कि गोल्ड में आगे तेजी की उम्मीद है। यह 1,985-2,000 डॉलर प्रति औंस तक जा सकता है। अमेरिका में गुरुवार को जारी डेटा से पता चला कि जून में प्रोड्यूसर प्राइसेज में खास वृद्धि नहीं हुई है। पिछले हफ्ते अमेरिका में अनइंप्लॉयमेंट बेनेफिट के लिए आवेदन करने वाले लोगों की संख्या भी घटी है। इससे पता चलता है कि अमेरिका में नौकरियों के मौके बढ़ रहे हैं।
ब्रोकरेज फर्म IIFL Securities के वाइस प्रेसिडेंट (कमोडिटी एंड करेंसी रिसर्च) अनुज गुप्ता ने सोने में गिरावट पर खरीदारी करने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि सोने के लिए पहले 58,900 रुपये पर सपोर्ट है। इसके बाद 58,650 रुपये पर सपोर्ट है। गिरावट आने पर करीब 58,900-59,000 रुपये पर खरीदारी की जा सकती है। इसमें 58,650 रुपये पर स्टॉपलॉस लगाना होगा। इसका टारगेट 59,500-59,700 रुपये प्रति 10 ग्राम होगा।
13 जुलाई को सोने में तेजी
दिल्ली सर्राफा बाजार में 13 जुलाई को सोने में 167 रुपये की तेजी आई। इसका भाव 59808 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ। स्पॉट गोल्ड में नई डिमांड आने से सटोरिए नई पॉजिशन बना रहा है, जिससे सोने में तेजी आ रही है। गोल्ड को निवेश का सबसे सुरक्षित ऑप्शन माना जाता है। दुनिया में किसी तरह की क्राइसिस होने पर गोल्ड की मांग बढ़ जाती है।