आयुष्मान भारत प्रधान मंत्री जन आरोग्य योजना को आयुष्मान भारत स्कीम भी कहा जाता है। यह सरकार की हेल्थ इंश्योरेंस स्कीम है। आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों को मेडिकल सुविधाएं उपलब्ध कराने में यह स्कीम काफी सफल साबित हुई है। इस स्कीम के दायरे में आने वाले हर परिवार को सालाना 5 लाख रुपये का कवर मिलता है। हाल में सरकार ने 70 साल और इससे ज्यादा उम्र के लोगों को इस स्कीम का फायदा देने का ऐलान किया है।
प्रवासी मजदूरों को भी मिलेगा लाभ
आयुष्मान भारत स्कीम (Ayushman Bharat Scheme) के तहत आने वाले परिवारों को आयुष्मान कार्ड (Ayushman Card) जारी किया जाता है। इस कार्ड की मदद से लाभार्थी इस स्कीम के पैनल में शामिल अस्पतालों में अपना इलाज करा सकते हैं। सरकार ने कहा है कि प्रवासी मजदूर इस स्कीम के दायरे में आएंगे। ऐसे मजदूर रहने की अपने वर्तमान जगर पर इस स्कीम के तहत आयुष्मान कार्ड के लिए अप्लाई कर सकते हैं। अनुमान है कि इससे उन मजदूरों को काफी लाभ मिलेगा जो अपने घर से सैकड़ों मील दूर रोजीरोटी की तलाश में जाते हैं।
स्ट्रीट वेंडर्स शामिल भी कर सकते हैं अप्लाई
अब शहरों में असंगठित सेक्टर के तहत आने वाले लोगों को भी आयुष्मान भारत स्कीम का फायदा मिलेगा। इनमें घरों में काम करने वाले नौकर-नौकरानी, दिहाड़ी मजदूर और स्ट्रीट वेंडर्स शामिल हैं। इन लोगों को अभी किसी तरह की सामाजिक सुरक्षा नहीं मिलती है। आयुष्मान भारत स्कीम का लाभ मिलने से उन्हें इलाज कराने में काफी आसानी होगी। इनके अलावा ग्रामीण इलाकों में भूमिहीन मजदूर, कामगार और आर्थिक रूप से कमजोर दूसरे लोगों को भी इस स्कीम का लाभ मिलेगा।
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अप्लाई करने के लिए क्या है प्रोसेस?
इस स्कीम का लाभ उठाने के लिए आयुष्मान कार्ड बनवाना जरूरी है। व्यक्ति आयुष्मान भारत की आफिशियल वेबसाइट पर यह चेक कर सकता है कि उसे इस स्कीम का लाभ मिलेगा या नहीं। इसके लिए उसे वेबसाइट पर अपनी व्यक्तिगत जानकारियां देनी होंगी। अगर व्यक्ति इस स्कीम में अप्लाई करने का हकदार है तो उसे पैनल में शामिल हास्पिटल या कॉमन सर्विस सेंटर जाकर आयुष्मान कार्ड के लिए अप्लाई करना होगा। अप्लाई करने के लिए व्यक्ति के पास अपनी पहचान का सबूत होना जरूरी है। इसके लिए आधार या राशन कार्ड का इस्तेमाल किया जा सकता है।