Credit Card Loan: क्रेडिट कार्ड लोन एक ऐसा प्री-अप्रूव्ड फाइनेंशियल प्रोडक्ट है। इसमें कार्डहोल्डर अपने मौजूदा क्रेडिट लिमिट का एक हिस्सा पर्सनल लोन के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं। इस लोन को लेने के लिए आमतौर पर किसी नए डॉक्यूमेंटेशन या लंबी अप्रूवल प्रक्रिया की जरूरत नहीं होती। यह सुविधा कार्डधारक की क्रेडिट हिस्ट्री, रीपेमेंट क्षमता और क्रेडिट प्रोफाइल की मजबूती के आधार पर दी जाती है।
क्या है क्रेडिट कार्ड लोन?
यह एक अनसिक्योर्ड लोन होता है, जो कार्ड की उपलब्ध क्रेडिट लिमिट से जुड़ा होता है। इसमें फिजिकल खरीदारी के बजाय, तय रकम कार्डधारक के बैंक खाते में ट्रांसफर की जाती है। यह पैसा क्रेडिट लिमिट से डेबिट किया जाता है और तय समयसीमा में मासिक किश्तों के रूप में वापस की जाती है।
हालांकि, इसकी ब्याज दरें आमतौर पर पर्सनल लोन से ज्यादा होती हैं और इस पर ब्याज तात्कालिक रूप से लगना शुरू हो जाता है, बिना किसी इंटरेस्ट-फ्री पीरियड के।
क्रेडिट कार्ड जारी करने वाली कंपनियां अपने आंतरिक एलिजिबिलिटी स्टैंडर्ड के हिसाब से पात्र ग्राहकों को लोन ऑफर देती हैं। लोन की रकम कुछ ही घंटों या दिनों में ग्राहक के खाते में ट्रांसफर कर दी जाती है। रीपेमेंट की अवधि अधिकतम 60 महीने तक हो सकती है, जबकि प्रोसेसिंग फीस आमतौर पर 1-2% तक होती है।
क्रेडिट कार्ड लोन लेने से पहले किन बातों का रखें ध्यान?
इस तरह का लोन आसान और तत्काल फंडिंग देते हैं। लेकिन, इसमें जोखिम भी शामिल हैं। अगर समय पर भुगतान नहीं किया जाए तो यह क्रेडिट स्कोर को गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है। ऐसे में कुछ सावधानियां रखना जरूरी है।
सबसे अहम बात है कि आप इस तरह की रकम का इस्तेमाल जरूरी कामों के लिए करें। जैसे कि एजुकेशन, इंश्योरेंस या मेडिकल जैसे खर्चों के लिए। इस हॉलिडे या महंगे गैजेट खरीदने के लिए इस्तेमाल न करें।
छोटे लोन पर बढ़ते डिफॉल्ट के मामले
क्रेडिट कार्ड लोन एक तेज और आसान सॉल्यूशंस है, लेकिन इसकी शर्तें सावधानीपूर्वक समझना जरूरी है। बढ़ते एनपीए और डिफॉल्ट को देखते हुए, नियामक एजेंसियां पहले ही असुरक्षित उधारी को लेकर चेतावनी दे चुकी हैं। इसलिए लोन लेने से पहले अन्य विकल्पों की तुलना जरूर करें और केवल उतना ही उधार लें जितने की वास्तव में जरूरत हो।