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आसमान पर सोने का भाव, क्या फेस्टिव सीजन की खरीदारी पर पड़ेगा असर? जानिए एक्सपर्ट से

Festive season gold demand: फेस्टिव सीजन की शुरुआत से ही सोने का भाव नई ऊंचाई पर पहुंच गया है। क्या इससे गोल्ड की डिमांड और उपभोक्ताओं की खरीद आदतों पर असर पड़ेगा? जानिए एक्सपर्ट से।

अपडेटेड Sep 24, 2025 पर 6:16 PM
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ऑगमोंट की रिसर्च हेड रेनिशा चैनानी का मानना है कि गोल्ड का दाम बढ़ने के बावजूद गहनों की डिमांड बरकरार रहेगी

Festive season gold demand: नवरात्रि के साथ त्योहारी सीजन का आगाज भी हो गया है। हर साल करवा चौथ से लेकर दशहरा और दिवाली तक सोने की भारी खरीदारी होती है। शादी का सीजन भी गहनों की डिमांड को हवा देता है। लेकिन, इस साल मामला थोड़ा अलग है। सोने का दाम नई रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच चुका है। गोल्ड का भाव बुधवार, 24 सितंबर को 1.14 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम रहा।

ऐसे में सवाल उठता है कि क्या इस त्योहारी सीजन में सोने की खरीदारी होगी या नहीं। आइए एक्सपर्ट से इसका जवाब जानते हैं।

बदल रही खरीदारी की आदत


ऑगमोंट की रिसर्च हेड रेनिशा चैनानी का मानना है कि गोल्ड का दाम बढ़ने के बावजूद गहनों की डिमांड बरकरार रहेगी उन्होंने कहा, 'त्योहारी मौसम आमतौर पर भारत में सोने की मांग का सबसे ऊंचा समय होता है। यह संस्कृति, धर्म और लोगों की भावनाओं से जुड़ा है। यही वजह है कि रिकॉर्ड ऊंची कीमतों के बावजूद उपभोक्ता सोना खरीदने हैं। हालांकि उनकी खरीदारी की आदतें बदल रही हैं।'

सस्ते गहनों की डिमांड ज्यादा

चैनानी ने बताया कि खरीदार अब हल्का सोना, 14-18 कैरेट ज्वेलरी, सिक्के और डिजिटल गोल्ड खरीदना पसंद कर रहे हैं। शहरी निवेशक ETFs और गोल्ड सेविंग स्कीम्स में ज्यादा दिलचस्पी दिखा रहे हैं। वहीं, टियर-2 और टियर-3 शहरों के उपभोक्ता कम दाम की ज्वेलरी खरीदना जारी रख रहे हैं।

 वेस्टेज चार्ज की जानकारी लें गहने बनाने के दौरान सोने की थोड़ी मात्रा खो जाती है, जिसे वेस्टेज चार्ज कहते हैं। कुछ ज्वेलर्स इसे मेकिंग चार्ज में शामिल कर देते हैं, जबकि कुछ अलग से लेते हैं। ज्वेलर्स से कन्फर्म कर लें कि वह इस चार्ज को किस तरह से ले रहा है।

चैनानी के मुताबिक, ज्वेलरी ब्रांड्स की बिक्री मात्रा सालाना आधार पर 5-10% तक स्थिर या थोड़ी कम हो सकती है। क्योंकि उपभोक्ता कीमतों के प्रति संवेदनशील हैं। उन्होंने कहा, 'हालांकि, गोल्ड की ऊंची कीमत के चलते कुल रेवेन्यू बढ़ सकता है। नवरात्रि, धनतेरस और दिवाली के दौरान सोने की खरीद को अभी भी अनिवार्य और शुभ माना जाता है।'

किस वजह से बढ़ रहे सोने के दाम

कामा ज्वेलरी के एमडी कॉलिन शाह का कहना है कि सोने की कीमत कुछ खास वजहों से बढ़ रही हैं। जैसे कि भू-राजनीतिक तनाव, व्यापार अनिश्चितताएं, अमेरिकी टैरिफ में बदलाव और फेड की दर कटौती। उन्होंने कहा, 'गोल्ड प्राइस में जोरदार तेजी से शॉर्ट टर्म में सोने की खुदरा खपत पर कुछ असर पड़ा है। हालांकि, सोने का सांस्कृतिक और भावनात्मक महत्व त्यौहारों और शादियों के दौरान मांग को जारी रखता है।'

इंडस्ट्री को डिमांड बढ़ने का भरोसा

हाल के व्यापार आंकड़े भी उद्योग के मजबूत भरोसे को दिखाते हैं। 13वें दिल्ली ज्वेलरी एंड जेम फेयर (DJGF) 2025 में भारी भीड़ दिखी। यह सितंबर में नई दिल्ली में आयोजित हुआ। इसमें 600 से अधिक प्रदर्शकों और 1,200+ ब्रांड्स की भागीदारी देखी गई। ,

इंफॉर्मा मार्केट्स इंडिया के एमडी योगेश मुद्रास ने कहा, 'यह प्रदर्शनी भारत के गहनों और जेम्स बाजार के लिए महत्वपूर्ण समय पर आती है। यह व्यवसायों को बाजार में बदलाव समझने और त्योहारी सीजन के दौरान नए अवसरों का फायदा उठाने में मदद करती है।'

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