पिछले कुछ साल में UPI से पेमेंट करने का ट्रेंड तेजी से बढ़ा है। फिलहाल UPI से हर दिन सिर्फ एक लाख रुपए का ट्रांजैक्शन ही कर सकते हैं। अलग-अलग बैंक और ऐप्स के नियम अलग हो सकते हैं, कुछ जगहों पर लिमिट बढ़ाने की सुविधा भी मिलती है। अगर आप हर दिन एक लाख रुपए से ज्यादा ट्रांजैक्शन करते हैं तो आप लिमिट बढ़वा सकते हैं। जानिए कब और कैसे आप अपनी UPI की पेमेंट लिमिट बढ़वा सकते हैं।
यह वह अधिकतम रकम है जो आप UPI के जरिए एक दिन में भेज सकते हैं। ज्यादातर बैंक ₹1 लाख का लिमिट देते हैं, पर यह बैंक और ऐप पर निर्भर करता है।
किस तरह बढ़ाएं UPI लिमिट?
Google Pay: आपको ऐसा बैंक अकाउंट जोड़ना होगा जो ज्यादा पेमेंट लिमिट को सपोर्ट करते हों। इसके लिए आपका KYC पूरा होना चाहिए।
PhonePe: ऐप के जरिये सपोर्ट से लिमिट बढ़ाने के लिए अनुरोध कर सकते हैं या अपना लिंक्ड अकाउंट अपडेट करें।
Paytm: वेरिफाइड यूजर्स 'मैनेज बैंक अकाउंट्स' पर क्लिक करके लिमिट बढ़ाने के लिए अप्लाई कर सकते हैं।
BHIM: यह NPCI के नियमों को फॉलो करता है, पर बैंक की नीति यहां भी जरूरी होती है।
क्या कुछ शर्तें पूरी करनी होती हैं?
UPI की लिमिट बढ़ाने के लिए आपको कुछ शर्तों का पालन करना होगा। कुछ बैंक आपकी ट्रांजैक्शन हिस्ट्री, अकाउंट की सक्रियता, KYC स्टेटस और खाता खुलने का समय देखता है। अगर आपकी अकाउंट की स्थिति अच्छी है, तो लिमिट बढ़ाने के मौके ज्यादा होते हैं।
सबको लिमिट क्यों नहीं बढ़ानी चाहिए?
लिमिट बढ़ना फायदा तो है, लेकिन इससे खतरे भी बढ़ जाते हैं। अगर आपका फोन चोरी हो जाए या कोई फर्जीवाड़ा हो, तो आपकी बचत खतरे में पड़ सकती है क्योंकि UPI पेमेंट तुरंत हो जाता है और वापस नहीं लिया जा सकता। इसलिए लिमिट तभी बढ़ाएं जब सच में उसकी जरूरत हो, जैसे आपका छोटा कारोबार हो या आप ज्यादा ट्रांजैक्शन करते हों।
अगर बैंक लिमिट नहीं बढ़ाता?
आप नया खाता किसी ऐसे बैंक में खोल सकते हैं जो ज्यादा लिमिट देता हो। कुछ प्राइवेट और डिजिटल बैंक ₹5 लाख या उससे ज्यादा लिमिट भी ऑफर करते हैं, खासकर व्यापारियों के लिए।
लिमिट बढ़ाना सुविधा जरूर है, लेकिन सुरक्षा का पूरा ध्यान रखें। अपने फोन पर स्क्रीन लॉक, UPI PIN, और ऐप लॉक जरूर लगाएं ताकि धोखाधड़ी से बचा जा सके।
जरूरत के हिसाब से लिमिट बढ़ाएं
लिमिट बढ़ाने से पहले सोच-समझकर तय करें कि सच में आपको उसे बढ़ाने की जरूरत है या नहीं। अपनी सुरक्षा और जरूरत के बीच संतुलन बनाएं।