दिल्ली में पेट्रोल चोर जीजा-साले का गजब तिकड़म, सुरंग बनाकर तेल की पाइपलाइन में सेंध लगा चुराते थे पेट्रोल

दिल्ली पुलिस ने हाल ही में राजस्थान तेल चोरी मामले में बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए जीजा-साले की जोड़ी को कड़ी मशक्कत के बाद गिरफ्तार कर लिया है। ये दोनों शातिराना अंदाज में पेट्रोल और डीजल की चोरी के कई मामलों में वांछित थे। इन पर 25-25 हजार रुपये का इनाम भी घोषित था।

अपडेटेड Dec 05, 2025 पर 12:57 PM
Story continues below Advertisement
पुलिस उपायुक्त इंदौरा ने बताया कि स्वर्ण सिंह पहले ईंधन टैंकर चालक का काम करता था।

दिल्ली पुलिस ने राजस्थान में पेट्रोल चोरी करने वाले जीजा-साले की जोड़ी को गिरफ्तार किया है, जो कई राज्यों में चोरी के मामलों में वांछित थे। दोनों को तीन महीने की छापेमारी और तकनीकी सर्विलांस के बाद पकड़ा गया है। इन्हें पश्चिमी दिल्ली के विकासपुरी इलाके से पकड़ा गया है। इन पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित था। पुलिस ने बताया कि वे डीजल और पेट्रोल व्यावसायिक चालकों को बेच देते थे जबकि 'एयर टर्बाइन फ्यूल' का उपयोग मिट्टी के तेल के स्थान पर किया जाता था।

दिल्ली एयरपोर्ट पर चोरी का पहला मामला था

दिल्ली पुलिस उपायुक्त हष इंदौरा ने बताया कि इनमें से एक का नाम स्वर्ण सिंह (55) और दूसरा उसका रिश्तेदार धर्मेंद्र सिंह उर्फ रिंकू (50) है। इन दोनों पर राजस्थान के अलावा पंजाब और हरियाण में कई आपराधिक मामले दर्ज थे। स्वर्ण सिंह पर चोरी और जालसाजी के 19 मामले हैं, जिनमें सबसे पहला मामला दिल्ली एयरपोर्ट पर 1992 में चोरी का है। कई मामलों में ये दोनों भगौड़ा घोषित किए गए थे। दोनों के पर तेल चोरी, पाइपलाइन को नुकसान, सरकारी संपत्ति को नुकसान, जालसाजी और अवैध डीजल बिक्री जैसे कई मामलों में केस दर्ज हैं।

सिंह टैंकर चालक और रिंकू जुटाता था जानकारी

पुलिस उपायुक्त इंदौरा ने बताया कि स्वर्ण सिंह पहले ईंधन टैंकर चालक का काम करता था। उसने जयपुर, गुरुग्राम, बठिंडा, कुरुक्षेत्र और दिल्ली के कुछ हिस्सों में अपना गोरखधंधा फैला रखा था। वहीं, रिंकू पेशे से वाहन चालक है। वो सिंह की जानकारी जुटाने, ईंधन को दूसरी जगह भेजने, चोरी किए गए ईंधन के परिवहन और वितरण में मदद करता था।

कैसे करते थे पेट्रोल की चोरी


ये दोनों रिश्तेदार पेट्रोलियम पाइपलाइनों से ईंधन चुराने के काम में लिप्त थे। इन्होंने पेट्रोलियम पाइपलाइनों के पास कथित तौर पर कई परिसर किराए पर लिये हुए थे। गुप्त सुरंग खोदकर, वाल्व सिस्टम लगाकर ईंधन की दिशा बदलकर चोरी करते थे। इंदौरा ने बताया कि अंडरग्राउंड पेट्रोलियम पाइपलाइनों के पास इन्होंने घर और प्लॉट किराये पर लिए हुए थे और उसी में गुप्त सुरंग खोदकर पेट्रोल-डीजल चुरा रहे थे।

राजस्थान में मामला सामने आने के बाद बिगड़ा खेल

जीजा-साले हाल ही में राजस्थान के जयपुर में पेट्रोलियम चोरी के मामले में आरोपी बनाए गए थे। दोनों जयपुर में एक किराए के मकान से सुरंग खोदकर और एचपीसीएल-एमडीपीएल पाइपलाइन से डीजल चुराकर एक पिकअप वाहन में भर रहे थे, तभी पुलिस कार्रवाई में भाग निकले। इन्होंने जयपुर के दहमी कलां इलाके में किराए पर ली गई एक कोठी के अंदर सुरंग बनाकर पाइपलाइन में अवैध टैपिंग लगाई थी। कमरे के भीतर से सुरंग खोदकर पाइप तक पहुंचकर जीआई पाइप और तीन वाल्व लगाकर तेल को प्लास्टिक टैंक में भरा जा रहा था। पुलिस के छापे में मौके से डिगिंग टूल्स, पिकअप वाहन और भरा हुआ डीजल टैंक बरामद किया गया था। किराएदार राजेश उरांग ने बताया कि यह पूरा सेटअप स्वर्ण सिंह और उसके साथियों ने तैयार किया था।

तीन महीने की कोशिशों के बाद पकड़े गए दोनों

इस पूरे ऑपरेशन को क्राइम ब्रांच की टीम ने किया, जिसका नेतृत्व इंस्पेक्टर कृष्ण कुमार कर रहे थे। टीम ने तीन महीने तक कई राज्यों में छापेमारी की और तकनीकी व मैनुअल सर्विलांस के बाद विकासपुरी नाले के पास दोनों को दबोचा। पूछताछ में आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे जयपुर पाइपलाइन तेल चोरी केस में शामिल थे। अधिकारी ने बताया कि तीन दिसंबर को विकासपुरी के पास उनकी गतिविधि के बारे में गुप्त सूचना मिलने के बाद ये गिरफ्तारियां की गईं।

महाराष्ट्र में VVIP सुरक्षा तंत्र में बड़ा बदलाव, उच्च स्तरीय समिति और समीक्षा समिति का हुआ पुनर्गठन

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।