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LIC IPO: एलआईसी के आईपीओ में पैसे लगाना चाहते हैं तो ये बातें जान लीजिए, फायदे में रहेंगे

आईपीओ के बाद भी एलआईसी पर सरकार का मालिकाना हक बना रहेगा। कानून के मुताबिक, एलआईसी में सरकार की हिस्सेदारी 51 फीसदी से कम नहीं हो सकती। इसके अलावा 5 साल के दौरान सरकार एलआईसी में अपनी 25 फीसदी से ज्यादा हिस्सेदारी नहीं बेच सकती

अपडेटेड Feb 11, 2022 पर 8:01 PM
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क्रिसिल की रिपोर्ट में कहा गया है कि एलआईसी का 82 फीसदी का रिटर्न ऑन इक्विटी दुनिया की दूसरी बड़ी बीमा कंपनियों के मुकाबले बहुत ज्यादा है।

एलआईसी (LIC) का आईपीओ मार्च में आ रहा है। इस हफ्ते सरकार इसके लिए सेबी (SEBI) के पास ड्राफ्ट पेपर्स फाइल कर देगी। एलआईसी की पॉलिसी रखने वाले लोगों के लिए अच्छी खबर है। उम्मीद है कि इस आईपीओ का 10 फीसदी हिस्सा उनके लिए रिजर्व होगा। इससे उन्हें शेयर मिलने की संभावना बढ़ जाएगी। इसके अलावा उन्हें प्रति शेयर कीमत में भी कुछ डिस्काउंट मिलने की उम्मीद है।

LIC पर सरकार का मालिकाना हक बना रहेगा

अभी एलआईसी का मालिकाना हक सरकार के पास है। यह देश की सबसे बड़ी जीवन बीमा कंपनी है। सरकार इस कंपनी में हिस्सेदारी बेचकर करीब 90,000 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है। इससे सरकार को चालू वित्त वर्ष के डिसइन्वेस्टमेंट टार्गेट को हासिल करने में मदद मिलेगी। आईपीओ के बाद भी एलआईसी पर सरकार का मालिकाना हक बना रहेगा। कानून के मुताबिक, एलआईसी में सरकार की हिस्सेदारी 51 फीसदी से कम नहीं हो सकती। इसके अलावा 5 साल के दौरान सरकार एलआईसी में अपनी 25 फीसदी से ज्यादा हिस्सेदारी नहीं बेच सकती।


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सबसे ज्यादा है बाजार हिस्सेदारी

एलआईसी की बाजार हिस्सेदारी 64.1 फीसदी है। क्रिसिल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, यह देश की सबसे बड़ी जीवन बीमा कंपनी है। इसका रिटर्न ऑन इक्विटी भी सबसे ज्यादा 82 फीसदी है। लाइफ इंश्योरेंस प्रीमियम के मामले में यह दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी बीमा कंपनी है। अगर बाजार हिस्सेदारी की बात करें तो दुनिया में ऐसी कोई दूसरी इश्योरेंस कंपनी नहीं है जिसकी बाजार हिस्सेदारी 64 फीसदी है।

रिटर्न ऑन इक्विटी दुनिया में सबसे अधिक

क्रिसिल की रिपोर्ट में कहा गया है कि एलआईसी का 82 फीसदी का रिटर्न ऑन इक्विटी दुनिया की दूसरी बड़ी बीमा कंपनियों के मुकाबले बहुत ज्यादा है। चीन की बीमा कंपनी पिंग का रिटर्न ऑन इक्विटी 19.5 फीसदी है, जबकि अविवा का 14.8 फीसदी है। चाइना लाइफ इंश्योरेंस का रिटर्न ऑन इक्विटी 11.9 फीसदी है।

न्यू बिजनेस प्रीमियम ग्रोथ शानदार

वित्त वर्ष 2021-22 की पहली छमाही में एलआईसी का टैक्स बाद प्रॉफिट 1,437 करोड़ रुपये रहा। एक साल पहले की समान अवधि में उसका प्रॉफिट 6.14 करोड़ रुपये था। इस वित्त वर्ष की पहली छमाही में एलआईसी के न्यू बिजनेस प्रीमियम का ग्रोथ रेट 554.1 फीसदी रहा। टोटल एसेट के मामले में 522 अरब डॉलर के साथ यह दुनिया की छठी सबसे बड़ी बीमा कंपनी है।

देश की सबसे बड़ी लिस्टेड कंपनी होगी

लंदन की ब्रांड फाइनेंस के मुताबिक, इस साल एलआईसी की मार्केट वैल्यू 43 लाख करोड़ तक पहुंच जाने का अनुमान है। अगले पांच साल में यानी 2027 तक इसके बढ़कर 58.9 लाख करोड़ रुपये पहुंच जाने की उम्मीद है। इस तरह यह अगले कई साल तक देश की सबसे बड़ी कंपनी बनी रह सकती है। अभी देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज की वैल्यूशन 16 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा है। टीसीएस इस मामले में दूसरे पायदान पर है, जिसकी वैल्यूएशन 14 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा है।

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