1 अप्रैल से नया वित्त वर्ष शुरू हो गया है। यह समय नई शुरुआत करने और अपनी फाइनेंशियल गतिविधियों का जायजा लेने का है, ताकि आने वाले वित्त वर्ष के लिए प्लानिंग की जा सके। हम आपको यहां प्लानिंग से जुड़े कुछ अहम पहलुओं के बारे में बता रहे हैं।
1 अप्रैल से नया वित्त वर्ष शुरू हो गया है। यह समय नई शुरुआत करने और अपनी फाइनेंशियल गतिविधियों का जायजा लेने का है, ताकि आने वाले वित्त वर्ष के लिए प्लानिंग की जा सके। हम आपको यहां प्लानिंग से जुड़े कुछ अहम पहलुओं के बारे में बता रहे हैं।
निवेश की प्लानिंग करें
शेयर बाजार के निवेशकों के लिए यह साल अब तक उतार-चढ़ाव भरा रहा है। इसके अलावा, मिडकैप और स्मॉल-कैप फंडों की हालिया परफॉर्मेंस की वजह से म्यूचुअल फंड निवेशकों में चिंता बढ़ी है। ऐसे में, शेयरों में निवेश के लिए लॉन्ग टर्म नजरिया अपनाने की जरूरत है। समय-समय पर अपने निवेश की समीक्षा करना जरूरी है। यह भी देखें कि आपने अपने पोर्टफोलियो का सही तरीके से डायवर्सिफिकेशन किया है या नहीं, मसलन इक्विटी, डेट, गोल्ड और इंटरनेशनल इनवेस्टमेंट्स। इनवेस्टमेंट प्लान बनाएं और अपने फाइनेंशियल प्लान के मुताबिक एसेट एलोकेशन को लेकर फैसला करें।
अगर आपने सिस्टमेटिक इनवेस्टमेंट प्लान (SIP) शुरू नहीं किया है, तो 1 अप्रैल इसे शुरू करने का बेहतर समय है। अगर आपका कोई SIP चल रहा है, तो सालाना इंक्रीमेंट के अनुमानों के हिसाब से आप इसमें बढ़ोतरी कर सकते हैं। इसके अलावा, बैंक एकाउंट्स, इनवेस्टमेंट और इंश्योरेंस पॉलिसी में नॉमिनेशन की जांच-पड़ताल भी करना न भूलें।
टैक्स
इस साल यानी 2024 में दो बजट देखने को मिलेंगे। 1 फरवरी का पेश किया गया बजट वोट ऑन एकाउंट यानी अंतरिम बजट था। इसमें टैक्सपेयर्स के लिए कुछ भी नहीं बदला है। हालांकि, जून में नई सरकार चुने जाने के बाद पहला पूर्णकालिक बजट जुलाई के शुरू में पेश किया जाएगा। टैक्स खर्चों के मद्देनजर आपको इस बजट पर नजर बनाए रखनी चाहिए। इसके अलावा, आने वाले दिनों में आपको टैक्स से जुड़ी गतिविधियों को भी अंजाम देना पड़ सकता है, मसलन वित्त वर्ष 2024 के लिए इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करना, एडवांस टैक्स देना, वित्त वर्ष 2025 के लिए टैक्स सेविंग स्कीम में निवेश करना आदि।
ब्याज दरों में गिरावट मुमकिन, घर के खरीदारों के लिए अच्छी खबर
रिजर्व बैंक (RBI) ने पिछले साल रेपो रेट को 6.5 पर्सेंट पर स्थिर रखा है, लिहाजा ब्याज दरें काफी ऊंची बनी हुई हैं। खास तौर पर जिन लोगों ने फ्लोटिंग रेट पर लोन लिया है, उन पर इसका सबसे ज्यादा असर हुआ है। फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स के मुताबिक, अगर रिटेल इनफ्लेशन रिजर्व बैंक के टारगेट के दायरे में रहता है, तो वित्त वर्ष 2024-25 में ब्याज दरों में गिरावट हो सकती है। ऐसे में आपके पाल अपना होम लोन कम ब्याज दर वाले बैंक पर भी स्विच करने या बैंक से ब्याज दर कम करवाने का मौका होगा, बशर्ते आपकी क्रेडिट हिस्ट्री अच्छी हो।
इंश्योरेंस जरूरतों की भी समीक्षा करें
यह सुनिश्चित करना बेहद जरूरी है कि आपके पास पर्याप्त इंश्योरेंस है। समय-समय पर अपनी हेल्थ और लाइफ इंश्योरेंस जरूरतों की समीक्षा करना बेहद जरूरी है। अगर आपके पास हेल्थ इंश्योरेंस नहीं है, तो इसे जल्द खरीद लें। हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी के अलावा, परिवार के लिहाज से टर्म इंश्योरेंस भी खरीदना जरूरी है। जीवन में अहम पड़ावों पर अपने हेल्थ इंश्योरेंस का दायरा बढ़ाना भी जरूरी है। उदाहरण के लिए अगर हाल में आपकी शादी हुई है, तो अपनी पत्नी के लिए कवर जरूर खरीदें। इसी तरह, आप माता-पिता बन रहे हैं, तो अपने बच्चे को इस दायरे में जरूर शामिल करें।
कमाई को खर्च करें, लेकिन ध्यान से
जिंदगी में सुख और संतोष के लिए अपनी गाढ़ी कमाई को खर्च करना ठीक है, लेकिन अपने बजट और खर्चों पर नजर रखना जरूरी है। अपनी क्रेडिट कार्ड रिपोर्ट और बैंक बैलेंस का ठीक-ठीक हिसाब रखना जरूरी है। सही समय पर क्रेडिट कार्ड का बिल भुगतान नहीं करने पर आपका क्रेडिट स्कोर खराब हो सकता है। समय-समय पर परिवार और करीब लोगों के साथ घूमना-फिरना भी आपके लिए बेहतर अनुभव प्रदान कर सकता है।
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