स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी का नवीनीकरण समय पर करना बहुत जरूरी है ताकि आप लगातार मेडिकल कवर प्राप्त कर सकें। अधिकांश पॉलिसियों की अवधि 1 से 3 साल होती है, जिसके बाद प्रीमियम का भुगतान कर पॉलिसी को रिन्यू करना होता है। अगर पॉलिसी रिन्यू नहीं की गई, तो आपकी पॉलिसी लैप्स हो जाएगी और मेडिकल क्लेम का लाभ नहीं मिलेगा।
ऑनलाइन रिन्यूअल कैसे करें
आजकल अधिकांश बीमा कंपनियां ऑनलाइन रिन्यूअल की सुविधा देती हैं। आप अपनी पॉलिसी को कंपनी की वेबसाइट पर जाकर या मोबाइल ऐप के जरिए कुछ आसान स्टेप्स में रिन्यू कर सकते हैं। इसमें पॉलिसी की जानकारी दर्ज करना, प्रीमियम पेमेंट करना और सारी औपचारिकताएं पूरी करना शामिल है। ऑनलाइन रिन्यूअल से आपका समय भी बचता है और प्रक्रिया भी सरल बनती है।
बीमा कंपनियां आमतौर पर 15 से 30 दिनों का ग्रेस पीरियड देती हैं, जिसके दौरान आप लेट हो जाने पर भी पॉलिसी रिन्यू कर सकते हैं। लेकिन इस दौरान कोई भी क्लेम कवर नहीं किया जाता और यदि ग्रेस पीरियड में भी पॉलिसी रिन्यू नहीं हुई तो पॉलिसी लैप्स हो जाएगी जिससे आप न केवल मेडिकल कवरेज खो देंगे बल्कि नो क्लेम बोनस (NCB) भी गंवा सकते हैं।
पॉलिसी में बदलाव और पोर्टेबिलिटी
रिन्यूअल के समय आप अपनी पॉलिसी में सम इंस्योर्ड बढ़ा या घटा सकते हैं, नए मेंबर जोड़ सकते हैं या हटाने का विकल्प भी चुन सकते हैं। इसके अलावा अगर आप चाहें तो अपनी पॉलिसी को दूसरी कंपनी में भी ट्रांसफर कर सकते हैं, जिसे पोर्टेबिलिटी कहते हैं। इससे आप बिना पुराने लाभ खोए नए प्लान में जा सकते हैं।
बीमा विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि पॉलिसी की वैधता समाप्त होने से एक महीने पहले ही इसकी स्थिति जांच लें और जरूरत हो तो कवर बढ़ाएं या पॉलिसी बदलने पर विचार करें। समय से रिन्यूअल से आप अनावश्यक आर्थिक बोझ और मेडिकल इमरजेंसी में परेशानी से बच सकते हैं।
हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी का समय पर रिन्यूअल आपकी वित्तीय सुरक्षा के लिए बेहद जरूरी है। सरल और डिजिटल प्रक्रिया के द्वारा आप इसे बेहद आसानी से घर बैठे पूरा कर सकते हैं। पॉलिसी की समय पर नवीनीकरण से न केवल आपके मेडिकल खर्चों की सुरक्षा बनी रहती है बल्कि आप बीमा योजना के अन्य फायदों का भी पूरा लाभ उठा सकते हैं।हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी , रिन्यूअल, ग्रेस पीरियड, पोर्टेबिलिटी