भारत एक कृषि प्रधान देश है, जहां की जलवायु इतनी विविध है कि यहां सालभर तरह-तरह के फल और सब्जियां आसानी से मिल जाती हैं। ऐसे ही एक अनोखा फल है कटहल, जिसे लोग बड़े ही चाव से खाते हैं। कटहल का इस्तेमाल क्षेत्र के अनुसार बदलता है। उत्तर भारत में लोग इसे कच्चा या पकाकर सब्जी के रूप में खा पाते हैं, वहीं दक्षिण भारत में ये मीठे फल की तरह लोकप्रिय है। इसके अलावा, कटहल को जूस, स्मूदी, आइसक्रीम और मिठाइयों में भी इस्तेमाल किया जाता है। इसकी गुठली और गूदा दोनों ही खाद्य और पोषण के लिहाज से उपयोगी हैं।
सोशल मीडिया पर अक्सर यही सवाल उठता है कि कटहल फल है या सब्जी, क्योंकि ये पकने पर मीठा होता है और कच्चे अवस्था में सब्जी की तरह इस्तेमाल किया जाता है। इसकी ये विशेषताएं इसे “जैक ऑफ ऑल फ्रूट्स” बनाती हैं।
कटहल को कैसे खाया जाता है
कटहल को कच्चा और पका दोनों तरह से इस्तेमाल किया जाता है। कच्चे कटहल से सब्जी, कबाब, करी और पकौड़े बनते हैं। पका कटहल मीठा होता है और इसे फल की तरह खाया जाता है। इसे जूस, स्मूदी और आइसक्रीम में मिलाकर भी पसंद किया जाता है। कटहल के चिपचिपे गूदे का इस्तेमाल वेगन मीट के विकल्प के रूप में होता है, और इसके बीज भी उबालकर या भूनकर खाए जा सकते हैं। इतनी सारी खूबियों के कारण इसे ‘जैक ऑफ ऑल फ्रूट्स’ कहा जाता है।
दुनिया में सबसे बड़ा कटहल उत्पादक देश
भारत दुनिया में कटहल का सबसे बड़ा उत्पादक देश है। FAO और राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड, भारत (2023) के आंकड़ों के मुताबिक, भारत में हर साल 1.4 मिलियन टन से अधिक कटहल उगाया जाता है। केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, असम और बिहार जैसे राज्यों में इसकी खेती बड़े पैमाने पर होती है। मध्य पूर्व, यूरोप और अमेरिका में इसका निर्यात भी धीरे-धीरे बढ़ रहा है।
वास्तव में, कटहल वानस्पतिक रूप से फल है क्योंकि ये फूलों से विकसित होता है और इसमें बीज होते हैं। लेकिन पकने के आधार पर इसे सब्जी और फल दोनों तरह से खाया जा सकता है। कच्चे कटहल को सब्जी की तरह और पके हुए कटहल को मीठे फल के रूप में इस्तेमाल किया जाता है।
कटहल दुनिया का सबसे बड़ा पेड़ पर लगने वाला फल है, जिसका वजन 40 पाउंड या उससे अधिक हो सकता है। ये मांस का बेहतरीन विकल्प होने के साथ-साथ कई पोषक तत्वों से भरपूर है। इसके कई स्वास्थ्य लाभ हैं और ये स्वाद और पोषण दोनों में ही अद्वितीय है।