आज के डिजिटल दौर में म्यूचुअल फंड या डीमेट अकाउंट के लिए KYC पूरा होना अनिवार्य है। लेकिन जब KYC का स्टेटस ‘ऑन होल्ड’ या ‘पेंडिंग’ आता है, तो निवेशक कई बार फंसे रह जाते हैं। यह समस्या आमतौर पर तीन कारणों से होती है: मोबाइल नंबर या ईमेल वेरिफाई न होना, पैन और आधार का लिंक सही न होना, या SEBI की नई नियमावली के तहत KRA (केवाईसी रजिस्ट्री एजेंसी) द्वारा आपकी जानकारी का रीवेरिफिकेशन न होना।
सबसे पहले अपने पैन नंबर से किसी भी KRA की वेबसाइट जैसे CVL KRA, KFintech, NDML, CAMS या NSDL पर जाकर KYC स्टेटस चेक करें। यहां आपको ‘KYC Validated,’ ‘KYC Registered,’ ‘Under Process,’ या ‘On Hold’ जैसी स्थिति दिखेगी। साथ ही कोई रिजन कोड होगा जो बताएगा कि समस्या कहां है और क्या ठीक करना है।
अगर ‘On Hold’ स्टेटस मोबाइल या ईमेल वेरिफिकेशन की वजह से है, तो AMC या RTA के पोर्टल पर जाकर आधार OTP के जरिए अपनी डिटेल्स को फिर से वेरिफाई करें। ज्यादातर पोर्टल अब पेपरलेस KYC अपडेट को सपोर्ट करते हैं। यदि समस्या पैन और आधार के लिंक में है, तो आयकर पोर्टल पर जाकर इसे लिंक करवाएं और फिर KYC को रिवेरिफाई कराएं।
सही पोर्टल का इस्तेमाल करें
म्यूचुअल फंड निवेशक अपने KYC को CVL KRA, KFintech, NDML, CAMS, या NSDL जैसे पोर्टल्स पर भी पूरा या अपडेट कर सकते हैं। इन पोर्टल्स से आपके डिटेल्स KRA को भेजे जाते हैं, जो स्वतंत्र स्रोतों से आपकी जानकारी की जांच करता है।
ध्यान रखें कि KRA की वेरिफिकेशन एक बार की प्रक्रिया नहीं है। यदि आपका मोबाइल, ईमेल या पते में बदलाव होता है, तो केवल AMC या ब्रोकरेज पर नहीं, बल्कि KRA पर भी अपडेट करें। पैन-आधार लिंक को सक्रिय रखें और किसी भी बदलाव के बाद KYC स्टेटस की जांच जरूर करें ताकि ट्रेडिंग या निवेश में कोई रोक न आए।
अगर आप ऑनलाइन प्रक्रिया से सहज नहीं हैं, तो AMC के सर्विस सेंटर या इंडिया पोस्ट के माध्यम से भी KYC करवा सकते हैं। वीडियो KYC भी कई संस्थान दे रहे हैं, जिससे पूरी प्रक्रिया घर बैठे पूरी हो जाती है।