Digital payment का त्वरित और सुविधाजनक जरिया UPI (Unified Payments Interface) आज भारत में बेहद लोकप्रिय हो चुका है। यदि आप अपने क्रेडिट कार्ड को UPI से लिंक करते हैं, तो हर एक पेमेंट पर आपको रिवॉर्ड पॉइंट्स, कैशबैक या माइल्स मिल सकते हैं, जो आपके नियमित खर्चों को फायदेमंद बना देते हैं। यह तरीका डेबिट कार्ड या नेट बैंकिंग की तुलना में ज्यादा लाभकारी होता है।
कैसे करें क्रेडिट कार्ड को UPI से लिंक?
आप अपने बैंक के मोबाइल ऐप या किसी भी UPI सपोर्टेड ऐप के जरिए अपने क्रेडिट कार्ड को UPI ID से जोड़ सकते हैं। इसे लिंक करने के बाद सामान्य बिल पेमेंट, ऑनलाइन शॉपिंग या मित्रों को पैसे भेजना अब आसान और तेज हो जाएगा। हर पात्र लेनदेन पर आपके कार्ड पॉलिसी के तहत रिवॉर्ड पॉइंट्स या कैशबैक जुड़ता रहेगा।
क्रेडिट कार्ड से भुगतान करते वक्त UPI का उपयोग करना न सिर्फ रिवॉर्ड्स मिलता है, बल्कि यह सुरक्षा देता है क्योंकि हर ट्रांजैक्शन के लिए आपके ऐप PIN की जरूरत होती है। कार्ड नंबर आपको बार-बार साझा नहीं करना पड़ता, जिससे धोखाधड़ी का खतरा कम होता है। साथ ही, आपके सभी ट्रांजैक्शन एक जगह रिकॉर्ड होते हैं, जिससे खर्चों का प्रबंधन आसान होता है।
रिवॉर्ड्स को बढ़ाने के टिप्स
हर कार्ड की रिवॉर्ड पॉइंट्स पॉलिसी अलग होती है, इसलिए अपने कार्ड के नियमों को ध्यान से पढ़ें। कुछ कार्ड ज्यादा रिवॉर्ड्स सब्सक्रिप्शन या बिल पेमेंट्स पर देते हैं। अपने नियमित खर्चों को रणनीतिक तरीके से करें ताकि बिना ज्यादा खर्च किए रिवॉर्ड्स दोगुने हो सकें। क्रेडिट कार्ड की समय पर पेमेंट करना न भूलें, वरना ब्याज लग सकता है जो आपकी बचत को प्रभावित करेगा।
कुछ बैंक या ऐप्स कुछ क्रेडिट कार्ड को UPI पेमेंट के लिए प्रतिबंधित कर सकते हैं या ट्रांजैक्शन लिमिट लगा सकते हैं। इसके अलावा, रिवॉर्ड पॉइंट्स का मासिक या कैटेगरी-आधारित लिमिट भी हो सकता है, इसलिए इनपर नजर रखना जरूरी है ताकि आपको अप्रत्याशित खर्च का सामना न करना पड़े और आप बेहतर भुगतान योजना बना सकें।
इस तरीके से आप अपने रोजमर्रा के खर्चों को स्मार्ट तरीके से क्रेडिट कार्ड रिवॉर्ड्स में बदल सकते हैं, जिससे आपके लिए हर पेमेंट लाभकारी साबित हो। यह आधुनिक युग में तेजी से अपनाई जाने वाली और ग्राहकों को अधिक सुविधा और बचत देने वाली सुविधा है।