शादी के लिए फंड चाहिए? जानें कैसे ले सकते हैं इंस्टेंट मैरिज लोन
28 June, 2025 | 11:00 IST
भारतीय शादियां बेहद खास होती हैं. रंग-बिरंगे कार्यक्रम, परंपराओं में रचा-बसा माहौल और छोटी-छोटी चीजों पर खास ध्यान - ये सब मिलकर इन्हें दुनिया की सबसे शानदार शादियों में शुमार करते हैं. साल 2024 के वेडिंग सीजन ने तो सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए थे. WedMeGood की 2024-2025 एनुअल रिपोर्ट के मुताबिक, अक्टूबर से दिसंबर के बीच लगभग 48 लाख शादियां हुईं, जिससे लगभग 6 लाख करोड़ रुपए का कारोबार हुआ.
हालांकि, ऐसे भव्य समारोह करवाना कोई सस्ता सौदा नहीं है. एक भारतीय शादी का औसत बजट 5 लाख से 20 लाख रुपए लाख के बीच होता है और अगर बात डेस्टिनेशन वेडिंग की हो, तो ये खर्च 1 करोड़ रुपए या कभी-कभी इससे ऊपर भी पहुंच जाता है.
WedMeGood की रिपोर्ट बताती है कि 2024 में एक शादी का औसत बजट 36.5 लाख रुपए तक पहुंच गया, जो पिछले साल की तुलना में 7% ज्यादा है. वहीं, डेस्टिनेशन वेडिंग का औसत खर्च 51.1 लाख रुपए तक पहुंच चुका है. इस अपट्रेंड की वजह, वेन्यू और कैटरिंग जैसी हॉस्पिटैलिटी सर्विस के खर्च में बढ़ोतरी होना है. WeddingWire India के मुताबिक, 2023 में एक शादी का औसत खर्च 28 लाख रुपए रहा, जो कि 2022 में 25 लाख रुपए था.
हर साल बढ़ते इन खर्चों के चलते कई कपल और उनके परिवार अब शादियों के लिए पर्सनल लोन जैसे ऑप्शंस का रुख कर रहे हैं, ताकि उनकी सेविंग्स पूरी तरह खत्म न हो.
मनीकंट्रोल जैसे डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के आने से अब 100% डिजिटल और इंस्टेंट पर्सनल लोन लेना पहले से कहीं आसान हो गया है. अब, बिना किसी कागजी झंझट के आप ये आसान स्टेप फॉलो कर सकते हैं - अपनी डिटेल भरें, KYC पूरी करें और EMI प्लान चुनें. इसके बाद, कुछ ही मिनटों में पैसे सीधे आपके बैंक अकाउंट में आ सकता है. मनीकंट्रोल की 8 बड़े लेंडर्स के साथ पार्टनरशिप है, जिनसे आप 50 लाख रुपए तक का इंस्टेंट लोन 10.5% सालाना की शुरुआती ब्याज दर पर ले सकते हैं. इसमें कोई हिडेन चार्ज भी नहीं हैं.
मैरिज लोन एक तरह का पर्सनल लोन ही होता है, जिसे खासतौर पर शादी से जुड़ी जरूरतों के लिए लिया जाता है. चाहे वेन्यू बुक करना हो, कैटरिंग बुक करनी हो, ब्राइडल कपड़े लेने हों या डेकोरेशन करनी हो, मैरिज लोन इन सभी खर्चों के लिए फाइनेंशियल सपोर्ट देता है.
भारत में मैरिज लोन बिना किसी गारंटी या सिक्योरिटी के मिलता है, यानी आपको कोई प्रॉपर्टी या एसेट गिरवी रखने की जरूरत नहीं है. मैरिज लोन के तहत 50,000 से 50 लाख रुपए तक का लोन अमाउंट मिल सकता है और रीपेमेंट टेन्योर 12 से 60 महीने के बीच होता है. ये फ्लेक्सिबिलिटी उन लोगों के लिए बहुत फायदेमंद है, जो पैसों का झंझट दूर करके अपनी ड्रीम वेडिंग की इच्छा पूरी करना चाहते हैं.
मैरिज लोन लेने के लिए एलिजिबिलिटी से जुड़ी कुछ सामान्य शर्तें इस प्रकार हैं:
उम्र और नागरिकता: एप्लिकेंट भारतीय नागरिक होना चाहिए और उसकी उम्र 21 से 60 साल के बीच होनी चाहिए.
रोजगार: चाहे एप्लिकेंट सैलरीड हो या सेल्फ-एम्प्लॉयड, दोनों ही मामलों में स्टेबल इनकम सोर्स होना चाहिए.
क्रेडिट स्कोर: एक अच्छा क्रेडिट स्कोर, खासतौर पर 750 से ऊपर, लोन अप्रूवल के लिए जरूरी होता है. अच्छा स्कोर होने पर ब्याज दर भी कम हो सकती है.
बैंक रिलेशनशिप: कुछ बैंक मौजूदा ग्राहकों को तवज्जो देते हैं. उदाहरण के तौर पर, HDFC Bank अपने सैलरी अकाउंट होल्डर्स को इनकम से जुडी कुछ शर्तों के आधार पर इंस्टेंट लोन ऑफर करता है.
भारत में मैरिज लोन पर ब्याज दरें 10% से लेकर 24% सालाना तक हो सकती हैं, जो आपकी क्रेडिट प्रोफाइल, लेंडर और मौजूदा मार्केट स्थिति पर निर्भर करती हैं. एक अच्छी डील के लिए, अलग-अलग लेंडर की शर्तों और ब्याज दरों की तुलना करना जरूरी है.
रिसर्च और तुलना करें: अलग-अलग लेंडर्स की ब्याज दरों, प्रोसेसिंग फीस और टेन्योर को अच्छे से समझें.
डॉक्युमेंट तैयार करें: आधार कार्ड, एड्रेस प्रूफ, इनकम प्रूफ (सैलरी स्लिप या बैंक स्टेटमेंट) और हालिया फोटो जैसे डॉक्युमेंट तैयार करें.
ऑनलाइन अप्लाई करें: लेंडर की वेबसाइट या मोबाइल ऐप पर सभी जरूरी डिटेल भरें.
डॉक्युमेंट अपलोड करें: सभी डॉक्युमेंट को स्कैन करके अपलोड करें.
मनीकंट्रोल के जरिए 100% डिजिटल और इंस्टेंट लोन लेने का प्रोसेस बेहद आसान है. इसमें न तो किसी कागजी कार्रवाई की टेंशन है और न ही प्रोसेसिंग फीस का झंझट. साथ ही, पैसे सीधे आपके बैंक अकाउंट में ट्रांसफर हो जाते हैं. 50 लाख रुपए तक का लोन और 10.5% सालाना से शुरू होने वाली ब्याज दर के साथ मनीकंट्रोल एक भरोसेमंद ऑप्शन बनकर उभर रहा है.
निष्कर्ष
अगर आपके पास शादी के लिए कोई इंस्टेंट फंड नहीं हैं, तो मैरिज लोन एक स्मार्ट ऑप्शन हो सकता है. हालांकि, लोन लेने से पहले अपनी आर्थिक स्थिति और रीपेमेंट की क्षमता का सही आंकलन जरूर करें. शादी जिंदगी में एक ही बार होती है, लेकिन जरूरत से ज्यादा लोन लेने से आगे चलकर आर्थिक बोझ बढ़ सकता है.
सारांश
भारतीय शादियां शानदार होती हैं, लेकिन उनके बढ़ते खर्च परेशानी भी ला सकते हैं. यहां हम बता रहे हैं कि मैरिज लोन कैसे आपको फाइनेंशियल फ्लेक्सिबिलिटी दे सकते हैं, ताकि आप अपनी शादी को बजट की चिंता के बिना खास बना सकें.
यह अंश/लेख किसी बाहरी पार्टनर द्वारा लिखा गया है और मनीकंट्रोल की संपादकीय टीम के काम को प्रतिबिंबित नहीं करता है। इसमें मनीकंट्रोल द्वारा पेश किए गए उत्पादों और सेवाओं के संदर्भ शामिल हो सकते हैं।
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