Narendra Modi in Japan Live Updates: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को क्वाड नेताओं के एक शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए जापान पहुंचे है। PM मोदी दो दिन की यात्रा पर जापान गए हैं। क्वाड नेताओं की इस बैठक का मकसद ग्रुप के सदस्य देशों के बीच सहयोग को और बढ़ाना। साथ ही हिंद-प्रशांत क्षेत्र में विकास पर चर्चा करना है।
मोदी ने ट्वीट कर कहा, "टोक्यो में लैंड कर गए हैं। इस यात्रा के दौरान क्वाड समिट समेत कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। साथी क्वाड नेताओं से मुलाकात करेंगे। जापानी व्यापारिक नेताओं और भारतीय प्रवासियों के साथ भी बातचीत करेंगे।"
मोदी के अलावा, 24 मई को टोक्यो में क्वाड शिखर सम्मेलन में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, जापानी प्रधान मंत्री फुमियो किशिदा और ऑस्ट्रेलियाई प्रधान मंत्री एंथनी अल्बनीस भी शामिल होंगे।
वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन भी टोक्यो पहुंचे। यूएस-जापान संयुक्त बयान में बाइडन ने कहा, "कल हम अपने साथी क्वाड पार्टनर्स- ऑस्ट्रेलिया और भारत से मिलने जा रहे हैं। क्वाड दुनिया को दिखा रहा है कि लोकतांत्रिक देशों के बीच सहयोग से बड़े काम हो सकते हैं।"
- जापान: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सॉफ्टबैंक ग्रुप कॉर्प के बोर्ड निदेशक मासायोशी सोन से टोक्यो में मुलाकात की।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टोक्यो में सुजुकी मोटर कॉरपोरेशन के सलाहकार ओसामू सुजुकी से मुलाकात की।
- विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट किया, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टोक्यो में NEC कॉर्पोरेशन के चेयरमैन डॉ. नोबुहिरो एंडो से मुलाकात की। भारत के टेलीकॉम सेक्टर में NEC की भूमिका की सराहना की और भारत में नई और उभरती टेक्नोलॉजी में अवसरों पर चर्चा की।"
- पीएम मोदी ने टोक्यो में UNIQLO के चेयरमैन और CEO तदाशी यानाई के साथ बातचीत की।
PMO ने एक बयान में कहा, "यानाई ने भारत के लोगों के उद्यमशीलता के उत्साह की सराहना की। पीएम मोदी ने यानाई को कपड़ा क्षेत्र को और मजबूत करने के उद्देश्य से पीएम-मित्र योजना में हिस्सा लेने के लिए कहा।"
पीएम मोदी और तदाशी यानाई ने भारत में तेजी से बढ़ते कपड़ा और परिधान बाजार और भारत में कपड़ा परियोजनाओं के लिए प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) योजना के तहत निवेश के अवसरों पर चर्चा की।
इंडो-पैसिफिक, चीनी अभ्यास और यूक्रेन संघर्ष के असर पर चर्चा
जापानी पीएम फुमियो किशिदा ने US-जापान संयुक्त बयान में कहा कि हमने भारत-प्रशांत पर यूक्रेन की स्थिति के असर पर भी चर्चा की। चीन के लिए, हमने चीनी नौसेना की हालिया गतिविधियों और चीन के संयुक्त सैन्य अभ्यास की निगरानी करने पर सहमति जताई। साथ ही फोर्स के कारण हुए बदलावों का कड़ा विरोध करने के लिए भी एक साथ आए हैं।