इनवेस्टमेंट से बड़ा फंड तैयार करना चाहते हैं तो आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होगा। पहला, यह मन से निकाल दें कि अभी आपके पास निवेश के लिए पैसे नहीं बचते हैं। ज्यादातर लोग सिर्फ इसलिए निवेश की शुरुआत नहीं कर पाते कि उन्हें लगता है कि उनकी जो कमाई है, उसमें निवेश नहीं किया जा सकता। वे इनवेस्टमेंट के लिए उस वक्त का इंतजार करते हैं, जब उनके पास पर्याप्त पैसे होंगे। यह सोच आपको निवेश शुरू करने और लंबी अवधि में बड़ा फंड तैयार करने से रोकती है। आइए कुछ टिप्स के बारे में जानते हैं, जिनके इस्तेमाल से आप लाखों-करोड़ों का फंड तैयार कर सकते हैं।
जल्द और छोटे अमाउंट से करें शुरुआत
इनवेस्टमेंट शुरू करने के लिए इनकम बढ़ने का इंतजार नहीं करें। छोटे अमाउंट से आज ही निवेश की शुरुआत कर दें। आप हर महीने कुछ हजार रुपये से निवेश की शुरुआत कर सकते हैं। म्यूचुअल फंड की इक्विटी स्कीम 1000 रुपये के सिप से हर महीने निवेश की सुविधा देती है। आप किसी टॉप इक्विटी फंड स्कीम में सिप शुरू कर सकते हैं। ऑटो-डेबिट की फैसिलिटी सेलेक्ट करने पर हर महीने इनवेस्टमेंट का अमाउंट आपके सेविंग्स अकाउंट से कट जाएगा।
निवेश से लंबी अवधि में बड़ा फंड तैयार करने में कंपाउंडिंग का सबसे बड़ा रोल होता है। इसका मतलब है कि आपके इनवेस्टमेंट पर रिटर्न मिलता है, फिर उस रिटर्न पर रिटर्न मिलना शुरू हो जाता है। इससे शुरुआत में तो आपका पैसा धीरे-धीरे बढ़ता है। लेकिन, बाद में काफी तेजी से बढ़ता है। कंपाउंडिंग के पावर से छोटे अमाउंट से निवेश शुरू कर लंबी अवधि में बड़ा फंड तैयार किया जा सकता है। हालांकि, इसके लिए आपको धैर्य रखना होगा और पावर ऑफ कंपाउंडिंग पर भरोसा रखना होगा।
हर साल इनकम बढ़ने पर निवेश का अमाउंट बढ़ाएं
आम तौर पर समय के साथ इनकम बढ़ती है। अगर आप नौकरी करते हैं तो एंप्लॉयर की तरफ से हर साल इंक्रीमेंट मिलता है। अगर आप सेल्फ एंप्लॉयड हैं या बिजनेस करते हैं तो भी समय के साथ आपकी इनकम बढ़ती है। हर साल इनकम बढ़ने पर आप इनवेस्टमेंट का अमाउंट बढ़ा सकते हैं। हर साल इनवेस्टमेंट अमाउंट 10-15 फीसदी बढ़ाने पर लंबी अवधि में आपको चमत्कारिक नतीजे मिल सकते हैं।
ज्यादा रिटर्न वाले इनवेस्टमेंट ऑप्शंस में निवेश
आपको यह ध्यान में रखना होगा कि आप जिस इनवेस्टमेंट ऑप्शन में निवेश कर रहे हैं, उसका औसत रिटर्न रिटेल इनफ्लेशन से ज्यादा होना चाहिए। साथ ही आपको उसके रिटर्न पर टैक्स के असर को भी समझना होगा। इनफ्लेशन और रिटर्न पर टैक्स की वजह से किसी एसेट में निवेश से मिलने वाला रियल रिटर्न काफी कम हो जाता है। इसलिए ज्यादा रिटर्न वाले इनवेस्टमेंट ऑप्शन में निवेश करना जरूरी है। तभी लंबी अवधि में बड़ा फंड तैयार होगा।
उदाहरण के लिए, म्यूचुअल फंड की इक्विटी स्कीम से लंबी अवधि में सालाना औसत 12 फीसदी रिटर्न मिल सकता है। लेकिन, बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट पर करीब 7 फीसदी रिटर्न मिलता है। अगर आप शेयरों में निवेश का रिस्क नहीं ले सकते तो पीपीएफ, सुकन्या समृद्धि जैसी स्कीम में निवेश कर सकते हैं।