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क्या होता है क्रेडिट स्कोर?
क्रेडिट स्कोर एक नंबर होता है, जो लेंडर्स को आपकी लोन चुकाने की कैपेबिलिटी का आइडिया देता है. यह 300 से 900 के बीच होता है. इस बीच 750 से ऊपर का स्कोर बहुत अच्छा माना जाता है. यह बेहतर इंटरेस्ट रेट पर पर्सनल लोन पाने में आपकी मदद कर सकता है.
लेंडर्स (जैसे बैंक या NBFCs) अक्सर लोन अप्रूव करने से पहले क्रेडिट स्कोर चेक करते हैं और बेहतर स्कोर वालों को आसानी से लोन देते हैं, क्योंकि यहां डिफॉल्ट का रिस्क कम होता है.
पर्सनल लोन का क्रेडिट स्कोर पर क्या असर पड़ता है?
पर्सनल लोन लेते समय आपके क्रेडिट स्कोर पर पॉजिटिव और नेगेटिव दोनों तरह का असर पड़ सकता है.
पर्सनल लोन लेने के बाद अपने क्रेडिट स्कोर को कैसे मेंटेन करें
पर्सनल लोन लेने के बाद एक हेल्दी क्रेडिट स्कोर मेंटेन करना बहुत जरूरी है. यहां कुछ तरीके बताए गए हैं, जिनसे आप ऐसा कर सकते हैं:
Moneycontrol ने टॉप लेंडर्स के साथ पार्टनरशिप की है. इसके तहत कंपनी 50 लाख रुपए तक का लोन ऑफर करती है. यह प्रोसेस 100% डिजिटल और आसान है, जिसमें इंटरेस्ट रेट केवल 10.5% pa से शुरू होता हैं. इसके साथ ही इसमें कोई हिडेन चार्जेज नहीं है.
डिफॉल्ट का क्रेडिट स्कोर पर क्या असर पड़ता है
पर्सनल लोन डिफॉल्ट का आपके क्रेडिट स्कोर पर नेगेटिव इम्पैक्ट पड़ता है. डिफॉल्ट जितना ज्यादा होगा, आपके लिए क्रेडिट स्कोर को दोबारा हेल्दी पोजीशन में लाना उतना ही मुश्किल होगा. इस बीच लेंडर कानूनी रास्ता अपनाकर कर्जे की वसूली शुरू कर सकता है. डिफॉल्टर को भविष्य में लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए अप्रूवल पाना मुश्किल हो जाएगा. इसके बाद भी अगर कोई लेंडर लोन अप्रूव करता है, तो इंट्रेस्ट रेट काफी ज्यादा हो सकता है.
क्रेडिट स्कोर : बैलेंसिंग जरूरी है
पर्सनल लोन अनसिक्योर्ड होते हैं. यानि इन पर होम लोन या ऑटो लोन जैसे सिक्योर्ड लोन्स के मुकाबले इंट्रेस्ट रेट हाई होता है. इसलिए, पर्सनल लोन को रेग्युलर खर्चों के साथ बैलेंस करना जरूरी है. वरना ये आपके डेट टू इनकम रेश्यो को प्रभावित कर क्रेडिट स्कोर पर भी असर डाल सकता है.
Moneycontrol आपके एम्प्लॉयमेंट स्टेटस के आधार पर पर्सनल लोन ऑफर करती है. कंपनी का 3-स्टेप्स एप्लीकेशन प्रोसेस भी काफी आसान है :
- अपनी पर्सनल लोन एलिजिबिलिटी को चेक करने के लिए बेसिक जानकारी दें.
- इसके बाद KYC प्रोसेस पूरा करके अपनी आइडेंटिटी कंफर्म करें.
- अंत में सही EMI रीपेमेंट ऑप्शन चुनें.
इसके बाद कुछ ही मिनटों में आप फंड्स को अपने बैंक अकाउंट में ट्रांसफर करवा सकते हैं.
सारांश
पर्सनल लोन के लिए एक अच्छा क्रेडिट स्कोर होना काफी अहम है. ये लोन अप्रूवल और इंट्रेस्ट रेट पर भी असर डाालता है. लोन का सही ढंग से रीपेमेंट करना भी क्रेडिट स्कोर के लिए बहुत जरूरी है. हालांकि कई बार लोन अप्लाई करने के बाद होने वाली हार्ड इन्क्वाइरी भी क्रेडिट स्कोर को गिरा सकती है, लेकिन ये अस्थाई होता है और लोन को सही ढंग से मैनेज कर हेल्दी क्रेडिट को मेंटेन किया जा सकता हैTop बैंकों/ NBFCs से
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Disclaimer
यह अंश/लेख किसी बाहरी पार्टनर द्वारा लिखा गया है और मनीकंट्रोल की संपादकीय टीम के काम को प्रतिबिंबित नहीं करता है। इसमें मनीकंट्रोल द्वारा पेश किए गए उत्पादों और सेवाओं के संदर्भ शामिल हो सकते हैं।सूची
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