घर का सपना पूरा करने के लिए मोदी सरकार ने पीएम आवास योजना की शुरुआत की है। इस योजना के जरिए गांवों, शहरों में करोड़ों लोगों को फायदा हुआ है। जिन गांवों में लोगों को पक्के घर बनाने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ती है, वहां इस योजना के जरिए जल्द ही पक्के घर बन गए। कहने का मतलब ये हुआ कि पीएम आवास योजना के जरिए गृहस्थी संवर जाती है। लेकिन उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जिले में इस योजना के उल्टे नतीजे सामने आए हैं। 11 पतियों की जिंदगी संवरने के बजाय उजड़ गई है। पीएम आवास की पहली किश्त मिलते ही 11 पत्नियां अपने प्रेमियों के साथ फरार हो गई हैं।
मामले का खुलासा होने पर क्षेत्र में चर्चाओं का बाजार गर्म है। वहीं पीड़ित पति अब सरकारी दफ्तर के चक्कर काट रहे हैं। सभी पीड़ित पति अफसरों से पीएम आवास योजना की अगली किश्त नहीं जारी करने की गुहार लगा रहे हैँ। फिलहाल अधिकारी भी अगली किश्त नहीं जारी करने की तैयारी में जुट गए हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जिले के निचलौल ब्लॉक के 108 गांव में वित्ती वर्ष 2023-24 में 2350 लाभार्थियों का चयन हुआ था। इसमें से करीब 90 फीसदी से अधिक लाभार्थियों का आवास पूरा भी हो चुका है। वहीं इस योजना में महिलाएं भी शामिल हैं। इसी के तहत ब्लॉक क्षेत्र के ठूठीबारी, शीतलापुर, चटिया, रामनगर, बकुलडिहा, खेसहरा, किशुनपुर और मेधौली गांव के लोगों को भी फायदा हुआ। इन गांवों की 11 महिला लाभार्थी पूरे देश में सुर्खियों में छा गई है। इन 11 महिलाओं की खाते में पीएम आवास योजना की पहली किश्त के रूप में जैसे ही 40,000 रुपये आए तो अपने पतियों को फौरन छोड़ दिया और 40,000 रुपये लेकर प्रेमी के साथ फरार हो गईं।
वहीं योजना के नियमों के अनुसार अगर कोई लाभार्थी पीएम आवास योजना के तहत मिले पैसों को इस्तेमाल किसी और जगह पर करता है। ऐसी स्थिति में शासन के पास पैसे की वसूली करने का अधिकार है। लिहाजा जो पत्नियां पैसे लेकर अपने प्रेमी के साथ फरार हो गईं हैं। प्रशासन अब उनसे पैसे की वसूली करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
पहले भी फरार हो चुकी हैं महिलाएं
बता दें कि ये कोई नई बात नहीं है। इससे पहले भी बाराबंकी जिले में नगर पंचायत बेलहरा,बंकी,जैदपुर और सिद्धौर की चार महिला लाभार्थियों के खाते में पीएम आवास की पहली किश्त भेजी गई थी। पीएम आवास की पहली किश्त 50,000 रुपये मिलते ही अपने प्रेमियों के साथ फरार हो गईं थी। नगर पंचायत फतेहपुर की भी दो महिलाएं पीएम आवास योजना की लाभार्थी थीं। पहली किश्त मिलते ही ये दोनों महिलाएं पतियों को छोड़कर प्रेमी के साथ फरार हो गईं थीं।
प्रधानमंत्री आवास योजना के फायदे
1 - गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों को पक्का मकान दिलाना।
2 - प्रधानमंत्री आवास योजना के माध्यम से 2.5 लाख रुपये तक की सब्सिडी दी जाती है।
3 - योजना में आय के अनुसार लोन और लोन पर सब्सिडी दी जाती है।