40 की उम्र में ले रहे हैं होम लोन? रखें इन बातों का ध्यान, नहीं पड़ेगा EMI का भारी बोझ
Home Loan after 40 years of Age: भारत में कई ग्राहक खासकर 40 साल या उससे अधिक उम्र के लोग होम लोन एप्लिकेशन के रिजेक्ट होने पर असमंजस में पड़ जाते हैं। जरूरी जानकारी देने के बावजूद भी अगर आपका होम लोन रिजेक्ट हो रहा है, तो इसके पीछे आपकी उम्र एक बड़ा कारण हो सकता है
Home Loan: 40 साल से अधिक उम्र के ग्राहकों को बैंक ज्यादा जोखिम वाला मानता है।
Home Loan after 40 years of Age: भारत में कई ग्राहक खासकर 40 साल या उससे अधिक उम्र के लोग होम लोन एप्लिकेशन के रिजेक्ट होने पर असमंजस में पड़ जाते हैं। जरूरी जानकारी देने के बावजूद भी अगर आपका होम लोन रिजेक्ट हो रहा है, तो इसके पीछे आपकी उम्र एक बड़ा कारण हो सकता है। बैंकों लोन देते समय उम्र को ध्यान में रखता है। 40 साल या इससे ऊपर के लोगों के लिए लोन लेना थोड़ा चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
उम्र बढ़ने पर होम लोन में आती हैं ये परेशानियां
ज्यादा इंटरेस्ट रेट
40 साल से अधिक उम्र के ग्राहकों को बैंक ज्यादा जोखिम वाला मानता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि उनकी इनकम का टाइमपीरियड छोटा होता है। इस जोखिम की भरपाई के लिए बैंक इन ग्राहकों पर ज्यादा ब्याज लेते हैं।
इनकम को लेकर नियम
अधिक उम्र के लोगों को ज्यादा इनकम के मानदंडों को मानना पड़ता है क्योंकि उनकी इनकम का बड़ा हिस्सा पहले से ही दूसरे कर्ज और खर्चों में लगा होता है। इस वजह से बैंकों को इनकी आय पर अधिक सख्त नियम लागू करने पड़ते हैं।
कम लोन पीरियड
उम्र के आधार पर बैंक लोन का पीरियड तय होता है। रिटायरमेंट के करीब पहुंचने वाले लोगों को बैंक कम पीरियड का लोन देते हैं ताकि उनका कर्ज समय पर चुकता हो सके। कम पीरियड का मतलब है कि मंथली किश्तें यानी EMI ज्यादा होंगी, जो फिक्स्ड या घटती इनकम वाले लोगों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
40 पार लोग लोन लेते समय इन बातों का रखें ध्यान
स्मार्ट तरीके से लोन लें
40 साल की उम्र के बाद भी लोन पाना मुश्किल नहीं है। सही रणनीति अपनाकर इन चुनौतियों को पार किया जा सकता है।
सही ऑप्शन चुनें
बैंकों के प्रस्ताव को आंख मूंदकर स्वीकार करने की जरूरत नहीं है। अपने क्रेडिट स्कोर, लोन के अमाउंट और ब्याज दर के आधार पर कई ऑप्शन की तुलना करें। हालांकि, एक ही समय में कई बैंकों में एप्लिकेशन करने से बचें, क्योंकि इससे आपका क्रेडिट स्कोर पर असर पड़ता है।
क्रेडिट स्कोर
लोन मंजूरी में आपका क्रेडिट स्कोर अहम भूमिका निभाता है। समय पर लोन चुकाने के लिए अच्छी हिस्ट्री और सही डेब्ट-टू-इनकम अनुपात (Debt-to-Income Ratio) होने पर बैंक आपको भरोसेमंद मानते हैं। ज्यादा क्रेडिट स्कोर बैंक के लिए यह बताता है कि आप लोन चुकाने में सक्षम हैं।
ज्यादा डाउन पेमेंट करें
अधिक डाउन पेमेंट करने से आपके लोन के पास होने की संभावना बढ़ जाती है। इससे बैंक का जोखिम कम हो जाता है और आप एक भरोसेमंद ग्राहक के रूप में सामने आते हैं।