HDFC Bank Home Car Loan Interest Rate: देश के सबसे बड़े प्राइवेट सेक्टर बैंक HDFC के ग्राहकों को झटका दिया है। HDFC ने कुछ पीरियड के लोन पर MCLR को 0.05 फीसदी बढ़ा दिया है। ये MCLR रेट सिर्फ ओवरनाइट पीरियड पर बढ़ाया गया है। ये पहले 9.15 फीसदी था जिसे बढ़ाकर 9.20 फीसदी कर दिया है। बाकि, पीरियड पर MCLR नहीं बढ़ाया है। HDFC Bank की नई MCLR रेट 7 दिसंबर 2024 से लागू हो गई है।
MCLR बढ़ने से क्या होता है?
बैंक के MCLR रिवाइज करने से होम लोन, पर्सनल लोन और ऑटो लोन समेत सभी तरह के फ्लोटिंग लोन की ईएमआई पर असर पड़ता है। MCLR बढ़ने पर लोन का इंटरेस्ट बढ़ जाता है और मौजूदा ग्राहकों की EMI बढ़ जाती है। जैसे अगर आप कार या घर खरीदने का प्लान कर रहे हैं, तो आपको लोन महंगा मिलेगा। इसके अलावा जिनका पहले से लोन चल रहा है, उनकी मंथली लोन की EMI बढ़ जाती है। HDFC Bank ने इस बार ओवरनाइट पीरियड पर MCLR 0.05 फीसदी बढ़ाया है।
एचडीएफसी बैंक की नई MCLR दरें - 7 दिसंबर 2024 से लागू
एचडीएफसी बैंक के ओवरनाइट एमसीएलआर 9.15 फीसदी से बढ़कर 9.20 फीसदी कर दिया है।
एक महीने का एमसीएलआर 9.20 फीसदी है। इसमें बदलाव नहीं किया गया है।
तीन महीने की एमसीएलआर 9.30 प्रतिशत है। इसमें बदलाव नहीं किया गया।
छह महीने की एमसीएलआर 9.45 फीसदी है। इसमें बदलाव नहीं किया गया।
एक साल का एमसीएलआर 9.45 फीसदी है। इसमें बदलाव नहीं किया गया।
2 साल से अधिक पीरियड के लिए एमसीएलआर 9.45 फीसदी है। इसमें बदलाव नहीं किया गया।
3 साल से अधिक पीरियड के लिए एमसीएलआर 9.50 फीसदी है। इसमें बदलाव नहीं किया गया।
एमसीएलआर तय करते समय कई कारणों को ध्यान में रखा जाता है। इसमें डिपॉजिट रेट, रेपो रेट, ऑपरेशनल कॉस्ट और कैश रिजर्व रेशो को बनाए रखने की कॉस्ट शामिल है। रेपो रेट में बदलाव का असर एमसीएलआर रेट पर पड़ता है। एमसीएलआर में बदलाव से आपके लोन की ब्याज दर पर असर पड़ता है, जिससे लोन लेने वालों की ईएमआई बढ़ जाती है। एमसीएलआर के बढ़ने और घटने का असर