देश के टॉप 30 टीयर-टू शहरों में लॉन्च किए गए रेजिडेंशियल प्रोजेक्ट्स से जुड़ी औसत कीमतों में पिछले एक साल के दौरान (अक्टूबर 2024 तक) 65 पर्सेंट की बढ़ोतरी देखने को मिली है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) में लिस्टेड एनालिटिक्स फर्म प्रॉपइक्विटी (PropEquity) के मुताबिक, नए लॉन्च किए गए प्रोजेक्ट्स में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी जयपुर में देखने को मिली, जहां इन प्रोजेक्ट्स के वेटेड एवरेज प्राइस में पिछले एक साल में 65 पर्सेंट तक की बढ़ोतरी देखने को मिली और भाव 4,240 वर्ग फुट से बढ़कर 6,979 वर्ग फुट पर पहुंच गया। इसके बाद इंदौर (20 पर्सेंट) और देहरादून (14 पर्सेंट) का नंबर रहा।
हालांकि, आगरा, चंडीगढ़ और भिवाड़ी में इस दौरान क्रमशः 59 पर्सेंट, 34 पर्सेंट और 25 पर्सेंट की बढ़ोतरी रही, लेकिन इन शहरों में नए प्रोजेक्ट्स की संख्या काफी सीमित थी। पूर्वी भारत की बात करें, तो भुवनेश्वर में नए प्रोजेक्ट्स का वेटेड एवरेज प्राइस 15 पर्सेंट की बढ़ोतरी के साथ 7,731 रुपये प्रति वर्ग फुट पर पहुंच गया। रायपुर में यह बढ़ोतरी 14 पर्सेंट रही और प्राइस 3,810 रुपये प्रति वर्ग फुट तक पहुंच गया।
आंकड़ों के मुताबिक, टीयर-टू शहरों में रायपुर सबसे सस्ता है और यहां कीमतें 4,000 रुपये वर्ग फुट से नीचे हैं। दक्षिण भारत के शहर गुंटूर में हाल में लॉन्च हुए प्रोजेक्ट्स की कीमत में 51 पर्सेंट की बढ़ोतरी देखने को मिली और यह 5,169 रुपये प्रति वर्ग फुट तक पहुंच गया। इसके बाद मैंगलोर (41 पर्सेंट) और विशाखापत्तनम (29 पर्सेंट) का नवंबर रहा।
प्रॉपइक्विटी के सीईओ और फाउंडर समीर जसूजा ने बताया कि टीयर-2 शहरों में डिवेलपर्स, बड़ी कंपनियों, वित्तीय संस्थानों और निवेशक समुदाय की दिलचस्पी देखने को मिल रही है। उन्होंने कहा, 'इन शहरों में जमीन सस्ती दर पर उपलब्ध होने, इंफ्रास्ट्रक्चर डिवेलपमेंट आदि वजहों से प्रीमियम और लग्जरी हाउसिंग की जबरदस्त मांग देखने को मिल रही है। गांधीनगर, भुवनेश्वर, जयपुर और गुंटूर जैसे शहरों में कीमतों में पिछले एक साल में 15 से 65 पर्सेंट की बढ़ोतरी देखने को मिली है।'