कई बैंकों ने हाल ही में Fixed Deposit पर ब्याज दरें बढ़ाई हैं। नई बढ़ोतरी के बाद एफडी पहले के मुकाबले थोड़ा ज्यादा रिटर्न दे रही हैं। हालांकि, छोटी बचत योजनाएं अभी भी आकर्षक रिटर्न दे रही हैं। PPF, सीनियर सिटिजन सेविंग योजना, नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट और सुकन्या समृद्धि खाता योजना सहित छोटी बचत योजनाएं 7.6 प्रतिशत तक ब्याज दर ऑफर कर रही है। जबकि, PNB, SBI और HDFC बैंक जैसे प्रमुख बैंक लगभग 6 की ब्याज ऑफर कर रहे हैं।
छोटी बचत योजनाएं क्या हैं?
छोटी बचत योजनाएं नागरिकों को नियमित रूप से सेविंग करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए सरकार चलाती है। योजनाओं में डाकघर बचत जमा, 1-3 साल की टाइम डिपॉजिट और 5 साल की रेकरिंग डिपॉजिट शामिल है। इनमें नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट और किसान विकास पत्र जैसे सेविंग सर्टिफिकेट भी शामिल हैं। पब्लिक सामाजिक सुरक्षा योजनाएं जैसे प्रॉविडेंट फंड, सुकन्या समृद्धि खाता और सीनियर सिटिजन योजना आदि शामिल है। मंथली इनकम अकाउंट भी इसके तहत ही आता है।
छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरें
छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरों की समीक्षा तिमाही आधार पर की जाती है। सरकार ने 30 जून को पिछली समीक्षा में इन दरों में परिवर्तन नहीं किया था। डाकघर बचत जमा पर प्रति वर्ष 4 फीसदी का ब्याज दे रहा है। 1-3 साल की के लिए सालाना 5.5 प्रतिशत का ब्याज ऑफर कर रहा है। पांच साल की जमा पर सालाना 6.7 फीसदी का रिटर्न मिल रहा है। पांच साल के रेकरिंग डिपॉजिट पर सालाना 5.8 फीसदी का ब्याज मिल रहा है।
राष्ट्रीय बचत प्रमाण पत्र और किसान विकास पत्र क्रमशः 6.8 प्रतिशत और 6.9 प्रतिशत की वार्षिक ब्याज दरों की पेशकश कर रहे हैं। पब्लिक प्रोविडेंट फंड, सुकन्या समृद्धि अकाउंट और सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम पर सालाना 7.1 फीसदी, 7.6 फीसदी और 7.4 फीसदी का रिटर्न मिल रहा है। मंथली इनकम अकाउंट 6.6 फीसदी सालाना ब्याज दे रहा है। इस महीने के अंत तक ब्याज दरों में रिवीजन की उम्मीद है। जून 2022 तिमाही के अंत में पिछली समीक्षा में सरकार ने ब्याज दरों में बदलाव नहीं किया था।
भारतीय स्टेट बैंक 2 करोड़ रुपये से कम की FD पर आम जनता को 2.90 प्रतिशत से 5.65 प्रतिशत की सीमा में ब्याज दर ऑफर कर रही है। एचडीएफसी बैंक 2.75 फीसदी से 6.1 फीसदी की पेशकश कर रहा है, जबकि पीएनबी 3 फीसदी से 5.75 फीसदी की पेशकश कर रहा है।