Indian Railway: भारतीय रेलवे यात्रियों की सुविधा के लिए कई योजनाएं चलाता है। खासकर बुजुर्गों यानी सीनियर सिटीजन के लिए कुछ खास सुविधाएं दी जाती हैं। ताकि, उनकी यात्रा आरामदायक और आसान हो। हालांकि, कुछ समय पहले रेलवे ने किराए में मिलने वाली छूट (फेयर कन्सेशन) बंद कर दी थी, लेकिन बाकी सुविधाएं अब भी जारी हैं। भारतीय रेलवे ने सीनियर सिटीजन के लिए लोअर बर्थ, व्हीलचेयर, बैटरी से चलने वाली गाड़ी और विशेष टिकट काउंटर जैसी कई सुविधाएं दी हैं। लेकिन किराए में छूट फिलहाल बंद है और इसे फिर से शुरू करने की कोई योजना नहीं है। रेलवे लगातार यात्रियों की सुविधा बढ़ाने की कोशिश कर रहा है ताकि बुजुर्गों को यात्रा में किसी तरह की परेशानी न हो।
बुजुर्ग यात्रियों के लिए रेलवे की खास सुविधाएं
1. लोअर बर्थ (निचली सीट) की सुविधा
60 साल से ऊपर के पुरुष और 58 साल से ऊपर की महिलाओं को ट्रेन में निचली सीट (लोअर बर्थ) दी जाती है ताकि उन्हें चढ़ने-उतरने में परेशानी न हो। यह सुविधा स्लीपर, एसी 3 टियर और एसी 2 टियर कोच में उपलब्ध होती है। यदि ट्रेन छूटने के बाद कोई निचली सीट खाली रह जाती है, तो उसे सीनियर सिटीजन को दे दिया जाता है।
रेलवे स्टेशनों पर मुफ्त व्हीलचेयर की व्यवस्था होती है। यह सुविधा उन बुजुर्गों के लिए फायदेमंद है जिन्हें चलने में दिक्कत होती है। व्हीलचेयर के साथ पोर्टर (कुली) भी मदद के लिए उपलब्ध होती हैं।
बुजुर्गों और दिव्यांग यात्रियों के लिए रेलवे स्टेशनों पर अलग से टिकट बुकिंग काउंटर बनाए गए हैं। इससे उन्हें लंबी कतारों में खड़े रहने की जरूरत नहीं पड़ती और जल्दी टिकट मिल जाता है।
4. बैटरी से चलने वाले वाहन (गोल्फ कार्ट)
बड़े रेलवे स्टेशनों पर बैटरी से चलने वाली गाड़ियां (गोल्फ कार्ट) मुफ्त में उपलब्ध होती हैं। यह सुविधा बुजुर्गों और दिव्यांगों को प्लेटफॉर्म तक पहुंचाने के लिए दी जाती है ताकि उन्हें ज्यादा पैदल न चलना पड़े।
5. लोकल ट्रेनों में विशेष सीटें
मुंबई, दिल्ली, कोलकाता और चेन्नई जैसे शहरों की लोकल ट्रेनों में सीनियर सिटीजन के लिए अलग से सीटें आरक्षित होती हैं। इससे उन्हें यात्रा के दौरान आराम से बैठने की जगह मिलती है।
किराए में छूट फिर से शुरू होगी या नहीं?
पहले 60 साल से ऊपर के पुरुषों को 40% और 58 साल से ऊपर की महिलाओं को 50% की छूट मिलती थी। लेकिन 2020 में कोरोना महामारी के समय यह छूट बंद कर दी गई और अब तक दोबारा शुरू नहीं हुई है। कई बुजुर्ग यात्री और सामाजिक संगठन इसे फिर से लागू करने की मांग कर रहे हैं, लेकिन रेलवे का कहना है कि किराए में छूट देने से रेलवे की आमदनी पर असर पड़ेगा।