भारत में सुरक्षित निवेश के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) सबसे पसंदीदा विकल्पों में से एक है। निवेशक अब स्मॉल फाइनेंस बैंक की एफडी और पोस्ट ऑफिस की समय जमा योजनाओं के बीच चुनाव करते हैं। दोनों विकल्प अपने-अपने गुणों से लाभकारी हैं, लेकिन ब्याज दर, कर नियम, तरलता और सुरक्षा जैसे पहलुओं में फर्क है।
स्मॉल फाइनेंस बैंक इस साल सबसे ज्यादा ब्याज दरें देने वाले संस्थानों में शामिल हैं। वरिष्ठ नागरिकों के लिए सूर्योदय स्मॉल फाइनेंस बैंक 8.1% तक और जाना स्मॉल फाइनेंस बैंक 8% तक ब्याज प्रदान करता है। इसके मुकाबले, पोस्ट ऑफिस एफडी की दरें कम हैं, जो अब लगभग 6.9% से लेकर 7.5% तक हैं। हालांकि, पोस्ट ऑफिस की योजनाएं सरकार की पूर्ण गारंटी से समर्थित हैं, जो सुरक्षा के लिहाज से बेहतर विकल्प बनाती हैं।
दोनों एफडी विकल्पों पर मिलने वाला ब्याज टैक्सेबल है और यदि ब्याज ₹40,000 (वरिष्ठ नागरिकों के लिए ₹50,000) से अधिक है, तो TDS कटता है। लेकिन पोस्ट ऑफिस की पांच साल की एफडी सेक्शन 80C के तहत टैक्स छूट का लाभ देती है, जिससे टैक्स बचत के अवसर बढ़ जाते हैं।
पोस्ट ऑफिस एफडी देश के हर इलाके में पहुंच रखती है और स्थिरता के कारण निवेशकों का भरोसा बनी रहती है। लेकिन यहां पर निवेश की अवधि के छह महीने बाद ही फंड निकासी संभव है, और यदि समय से पहले निकालते हैं तो ब्याज दर में कटौती हो सकती है। जबकि स्मॉल फाइनेंस बैंक की एफडी को समय से पहले निकाला जा सकता है, हालांकि इससे ब्याज दर में कुछ कटौती होती है।
यदि आपको उच्च रिटर्न चाहिए और आप टैक्स व निकासी नियमों को समझते हैं, तो स्मॉल फाइनेंस बैंक एफडी बेहतर विकल्प है। वहीं, जो निवेशक पूर्ण सुरक्षा, सरकार की गारंटी और टैक्स बचत को प्राथमिकता देते हैं, उनके लिए पोस्ट ऑफिस एफडी उपयुक्त है।
स्मॉल फाइनेंस बैंक एफडी उच्च ब्याज दर और डिजिटल सुविधा प्रदान करते हैं, जबकि पोस्ट ऑफिस एफडी स्थिरता, आसान पहुंच और सरकार की गारंटी के लिए लोकप्रिय हैं। निवेशक को अपनी वित्तीय जरूरत, जोखिम सहिष्णुता और निवेश अवधि देख कर सही विकल्प चुनना चाहिए।