SBI Bank: देश के सबसे बड़े सरकार बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने अपने ग्राहकों को बड़ी राहत दी है। बैंक ने हाल ही में अपने EBLR और होम लोन रेट्स में 50 बेसिस पॉइंट (0.50%) की कटौती की है। यह बदलाव भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के रेपो रेट घटाने के बाद किया गया है और यह नया रेट 15 जून 2025 से लागू हो गया है।
EBLR यानी एक्सटरनल बेंचमार्क लेंडिंग रेट एक ऐसा सिस्टम है जिससे बैंक अपने लोन पर लगने वाला ब्याज दर तय करते हैं। यह रेट सीधे-सीधे RBI के रेपो रेट से जुड़ा होता है। मतलब, अगर RBI रेपो रेट घटाता है तो होम लोन सस्ते हो जाते हैं। इससे ब्याज दरें ट्रांसपेरेंट होती है। साथ ही ब्याज कम होने का फायदा ग्राहकों को मिलता है।
SBI का नया EBLR और होम लोन रेट
अब SBI का EBLR 8.65% से घटकर 8.15% हो गया है। साथ ही SBI ने होम लोन रेट्स भी कम कर दिए हैं। नए रेट्स इस तरह है। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने अलग-अलग लोन कैटेगरी के लिए नई ब्याज दरें जारी की हैं।
होम लोन (टर्म लोन) पर अब ब्याज दर 7.50% से 8.45% के बीच होगी।
होम लोन मैक्सगैन (ओवरड्राफ्ट मोड) के लिए ब्याज दर 7.75% से 8.70% तय की गई है।
टॉप अप लोन पर ब्याज दर 8.00% से 10.50% के बीच होगी, जबकि टॉप अप ओवरड्राफ्ट लोन पर यह दर 8.25% से 9.20% है।
प्रॉपर्टी पर लोन (P-LAP) की ब्याज दर 9.20% से 10.50% तक रखी गई है।
रिवर्स मॉर्गेज लोन (RML) पर ब्याज दर 10.55% तय की गई है।
वहीं, योनो इंस्टा टॉप अप लोन के लिए ब्याज दर 8.35% होगी।
होम लोन की ब्याज दरें ग्राहक के क्रेडिट स्कोर (CIBIL स्कोर) पर भी निर्भर करती हैं।
इस बदलाव से ग्राहकों को क्या फायदा?
होम लोन अब पहले से सस्ते मिलेंगे, जिससे आपकी EMI कम होगी। नए लोन लेना आसान होगा, और इससे घर खरीदने का सपना जल्दी पूरा हो सकेगा। SBI के इस फैसले से एक ओर जहां लोन लेने वाले ग्राहकों को बड़ी राहत मिलेगी, वहीं FD में निवेश करने वाले खासकर सीनियर सिटीजन को थोड़ा नुकसान हो सकता है। अगर आप नया होम लोन लेने का सोच रहे हैं या फिर अपने मौजूदा लोन को ट्रांसफर करना चाहते हैं, तो यह समय आपके लिए फायदेमंद हो सकता है।