हर माता-पिता के लिए बच्चों का आर्थिक भविष्य सुरक्षित करना सबसे जरूरी जिम्मेदारी होती है। बच्चों की शिक्षा, शादी और जीवन की अन्य जरूरतों के लिए बड़ी रकम की जरूरत पड़ती है। ऐसे में बच्चों के लिए सही निवेश विकल्प चुनना उनका आने वाला समय संवार सकता है।
हर माता-पिता के लिए बच्चों का आर्थिक भविष्य सुरक्षित करना सबसे जरूरी जिम्मेदारी होती है। बच्चों की शिक्षा, शादी और जीवन की अन्य जरूरतों के लिए बड़ी रकम की जरूरत पड़ती है। ऐसे में बच्चों के लिए सही निवेश विकल्प चुनना उनका आने वाला समय संवार सकता है।
सुकन्या समृद्धि योजना: बेटियों के लिए विशेष सुरक्षा
यह योजना खास तौर पर बालिकाओं के उज्ज्वल भविष्य के लिए शुरू की गई है। माता-पिता या अभिभावक 10 वर्ष से कम उम्र की बेटी के नाम पर खाता खोल सकते हैं, जो 21 साल या लड़की की शादी (18 वर्ष के बाद) पर मैच्योर होता है। मौजूदा दर 8.2% सालाना है, जिसमें सालाना ₹250 से ₹1.5 लाख तक जमा किया जा सकता है। इसमें धारा 80C के तहत टैक्स छूट भी मिलती है।
पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (PPF): सुरक्षित और दीर्घकालिक निवेश
पीपीएफ एक सरकार समर्थित निवेश विकल्प है, जिसमें फिलहाल 7.1% ब्याज है। इस योजना की लॉक-इन अवधि 15 साल है, इसलिए ये बच्चों की उच्च शिक्षा के लिए अच्छा विकल्प है। पीपीएफ पर मिलने वाला ब्याज पूरी तरह टैक्स-फ्री होता है और निवेश राशि पर भी टैक्स छूट मिलती है।
नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC): निश्चित आय की गारंटी
NSC एक सुरक्षित और निश्चित आय देने वाली स्कीम है, जिसकी अवधि 5 साल है। इसका ब्याज दर निश्चित है और ब्याज हर साल रीइन्वेस्ट होता है। इस पर भी धारा 80C के तहत टैक्स छूट मिलती है, जिससे बच्चों की पढ़ाई के लिए टैक्स मॉड्यूल के साथ सुरक्षित फंड बनाना आसान हो जाता है।
यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान (ULIP): बीमा और निवेश एक साथ
ULIP में न केवल बीमा का फायदा मिलता है, बल्कि निवेश भी हो जाता है। इसमें प्रीमियम का एक हिस्सा बीमा के लिए और बाकी शेयर या बॉन्ड में निवेश होता है। इसकी 5 साल की लॉक-इन अवधि रहती है, लेकिन चूंकि इसमें निवेश इक्विटी/बॉन्ड में होता है, तो रिटर्न बाजार पर निर्भर करता है। इसलिए इसमें थोड़ा जोखिम भी है और शुल्क भी ध्यान से समझना जरूरी है।
म्यूचुअल फंड SIP: कंपाउंडिंग से भविष्य निर्माण
SIP यानी सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान के जरिए हर महीने एक निश्चित राशि किसी म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं। इससे नियमित निवेश की आदत बनती है और कंपाउंडिंग से समय के साथ अच्छी संपत्ति तैयार होती है। लंबी अवधि में इक्विटी म्यूचुअल फंड शिक्षा जैसे बड़े लक्ष्यों के लिए उपयुक्त हैं। ELSS फंड्स में निवेश करने पर टैक्स छूट का विकल्प भी मिलता है।
फिक्स्ड डिपॉजिट (FD): परंपरागत लेकिन भरोसेमंद विकल्प
FD जोखिम-मुक्त और निश्चित रिटर्न देने वाला निवेश है। बैंक बच्चों के लिए भी खास एफडी ऑफर करते हैं, जिनका इस्तेमाल शिक्षा खर्च के लिए किया जा सकता है, हालांकि ब्याज दरें अन्य योजनाओं से हल्की कम हो सकती हैं।
क्या ध्यान में रखें?
निवेश करते समय हर विकल्प की जोखिम, रिटर्न और लॉक-इन अवधि को जरूर समझें। अगर निवेश को विभिन्न योजनाओं में बांटते हैं तो रिटर्न के मौके बढ़ते हैं और जोखिम कम होता है। बाल दिवस पर बच्चे के खाते में निवेश की शुरुआत करके उसे आर्थिक रूप से मजबूत बनाया जा सकता है।
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