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अनिश्चित इंटरेस्ट वाले माहौल में फिक्स्ड इनकम के इन 5 ऑप्शन में निवेश से होगा अच्छा मुनाफा

एक्सपर्ट्स का कहना है कि 8 फरवरी को RBI ने लगातार छठी बार रेपो रेट बढ़ाया है। आगे RBI के रुख में नरमी आ सकती है। लेकिन, अभी इस बारे में पक्के तौर पर कुछ भी कहना मुश्किल है। ऐसे में फिक्स्ड इनकम के ऑप्शंस में निवेश से अच्छा रिटर्न कमाया जा सकता है

Curated By: Rakesh Ranjanअपडेटेड Feb 13, 2023 पर 5:21 PM
अनिश्चित इंटरेस्ट वाले माहौल में फिक्स्ड इनकम के इन 5 ऑप्शन में निवेश से होगा अच्छा मुनाफा
पिछले साल मई से अब तक RBI इंटरेस्ट रेट 2.5 फीसदी बढ़ा चुका है।

फिक्स्ड इनकम इनवेस्टर्स के लिए पिछले कुछ साल चैलेंजिंग रहे हैं। कोरोना की महामारी शुरू होने के बाद केंद्रीय बैंकों ने इकोनॉमी को सहारा देने के लिए इंटरेस्ट रेट घटाए थे। इससे बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट सहित फिक्स्ड इनकम प्रोडक्ट्स (Fixed Income Products) का अट्रैक्शन घट गया। बाद में इनफ्लेशन ने बढ़ना शुरू कर दिया। केंद्रीय बैंकों ने इसे काबू में करने के लिए इंटरेस्ट रे (Interest Rate) रेट बढ़ाना शुरू किया। पिछले साल मई से अब तक RBI इंटरेस्ट रेट 2.5 फीसदी बढ़ा चुका है। हालांकि, अब एक्सपर्ट्स का कहना है कि इनफ्लेशन में कमी को देखते हुए RBI के रुख में बदलाव देखने को मिल सकता है। लेकिन, अभी यह साफ नहीं है कि भविष्य में इंटरेस्ट रेट की तस्वीर कैसी रहेगी। ऐसे में हम इनवेस्टर्स के लिए फिक्स्ड इनकम इनवेस्टमेंट के 5 ऐसे प्रोडक्ट्स के बारे में बता रहे हैं, जिनमें निवेश से अच्छा रिटर्न मिल सकता है।

शॉर्ट ड्यूरेशन फंड्स (SDF)

यह म्यूचुअल फंड्स की ऐसी डेट स्कीमें हैं, जो अपना ज्यादातर निवेश शॉर्ट टू मीडियम मैच्योरिटी वाले बॉन्ड में करती हैं। SDF 1 से 3 साल के Macaulay Duration वाले बॉन्ड में पैसे लगाते हैं। इंटरेस्ट रेट में बदलाव का असर लॉन्ग मैच्योरिटी के मुकाबले शॉर्ट मैच्योरिटी वाले बॉन्ड्स पर कम पर पड़ता है। इंटरेस्ट रेट्स जब बढ़ रहे होते हैं तब SDF निवेश का पसंदीदा जरिया होता है। इनका रोलिंग रिटर्न 7 से लेकर 7.6 फीसदी रहा है।

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