Health Insurance: हेल्थ इंश्योरेंस लेने वालों के लिए एक अच्छी खबर है। इंश्योरेंस क्लेम लेने के लिए 24 घंटे हॉस्पिटल में एडमिट होने की शर्त नहीं होगी। कई इंश्योरेंस कंपनियां 2 घंटे हॉस्पिटल में एडमिड होने पर भी क्लेम देती हैं। अब इंश्योरेंस कंपनियां इलाज के लिए 24 घंटे अस्पताल में भर्ती होने की शर्त को जरूरी नहीं मानतीं। नई पॉलिसियों में 2 घंटे की हॉस्पिटलाइजेशन पर भी क्लेम मिल सकता है।
ये बदलाव बदलती मेडिकल टेक्नोलॉजी और तेज इलाज प्रक्रिया को देखते हुए किए गए हैं। पहले जहां मोतियाबिंद ऑपरेशन, कीमोथैरेपी या एंजियोग्राफी के लिए रातभर अस्पताल में रहना जरूरी होता था, अब ये सब कुछ ही घंटों में हो जाता है।
क्या बदला है हेल्थ इंश्योरेंस में?
Policybazaar में हेल्थ इंश्योरेंस हेड सिद्धार्थ सिंघल ने कहा कि अब कई कंपनियां 2 घंटे के लिए हॉस्पिटल में एडमिट होने के लिए भी इंश्योरेंस क्लेम देती है। ये बदलाव इस बात को दिखाता है कि इंश्योरेंस कंपनियां मेडिकल एडवांसमेंट को ध्यान में रखकर पॉलिसी को अपडेट कर रही हैं। इन शॉर्ट-टर्म हॉस्पिटलाइजेशन कवर में कोई अतिरिक्त शर्त या एक्सक्लूजन नहीं होता। यानी छोटा इलाज हो या बड़ा, कवर उतना ही मजबूत रहता है।
कौन-कौन सी पॉलिसी देती है ये सुविधा?
नीचे हेल्थ इंश्योरेंस प्लान्स हैं जो 2 घंटे की हॉस्पिटलाइजेशन को भी कवर करते हैं।
ICICI लोम्बार्ड एलिवेट प्लान
10 लाख रुपये का कवर — प्रीमियम लगभग 9,195 रुपये सालाना। ये 30 साल के व्यक्ति के लिए है।
10 लाख रुपये का कवर — प्रीमियम करीब 12,790 रुपये साल
नीवा बूपा – हेल्थ इंश्योरेंस प्लान
10 लाख का कवर — प्रीमियम लगभग 14,199 रुपये सालाना
आज के जमाने में कई मेडिकल प्रक्रिया महज़ 2 से 3 घंटे में पूरी हो जाती हैं।
पहले 24 घंटे ना रहने पर क्लेम रिजेक्ट हो जाता था, अब ऐसा नहीं होगा।
इससे आम लोगों को फाइनेंशियल सुरक्षा मिलेगी और इलाज के फैसले में देरी नहीं होगी।
अब इलाज छोटा हो या बड़ा, हेल्थ इंश्योरेंस आपकी मदद करेगा। अगर आप सिर्फ 2 घंटे के लिए अस्पताल में भर्ती हुए हों। अगर आपने अभी तक अपनी पॉलिसी अपडेट नहीं की है, तो अपने इंश्योरेंस एडवाइजर से बात करके जानकारी जरूर लें।