भारत में डिजिटल भुगतान के क्षेत्र में एक नई क्रांति शुरू हो गई है। राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) ने हाल ही में UPI Help नाम का एक AI-समर्थित डिजिटल असिस्टेंट लॉन्च किया है, जो यूजर्स को Unified Payments Interface (UPI) से जुड़ी हर समस्या का त्वरित हल उपलब्ध कराता है। यह तकनीक डिजिटल भुगतान को सरल, तेजी से और भरोसेमंद बनाने के लिए बनाई गई है।
UPI Help का मकसद उपयोगकर्ताओं को उनके सवालों का तुरंत जवाब देना, भुगतान संबंधी शिकायतों का निबटारा करना और पेमेंट्स के लिए जरूरी आदेश (मैंडेट) को मैनेज करना है। इससे ग्राहक सेवा पर निर्भरता कम होगी और लोग बिना परेशानी के अपनी डिजिटल ट्रांजैक्शन समस्याओं का समाधान खुद पा सकेंगे। विशेषज्ञों का मानना है कि AI की मदद से यह सेवा डिजिटल भुगतान को आसान और सुरक्षित बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
इतना ही नहीं, UPI Help हिंदी और अंग्रेजी भाषा में उपलब्ध है, और आने वाले समय में इसे अन्य भारतीय भाषाओं में भी उपलब्ध कराया जाएगा, ताकि भारत के हर कोने में इस तकनीक का लाभ पहुंच सके। इसका उद्देश्य आर्थिक समावेशन को बढ़ावा देना और डिजिटल पेमेंट्स को हर वर्ग के लिए सुलभ बनाना है।
2025 के अक्टूबर महीने में UPI ने रिकॉर्ड कायम करते हुए एक दिन में 754 मिलियन ट्रांजैक्शन और 1.02 लाख करोड़ रुपये के भुगतान किए। यह वृद्धि मुख्य रूप से त्योहारों के दौरान हुई खरीदारी, कम GST दर और बढ़ते डिजिटल अपनाने से हुई है। UPI भारत में लगभग 85% डिजिटल ट्रांजैक्शन का हिस्सा बना हुआ है। ऐसे में UPI Help जैसे AI-आधारित सपोर्ट सिस्टम का आना डिजिटल पेमेंट के भरोसे को और मजबूत करेगा।
यह असिस्टेंट यूजर्स को उनके भुगतान से जुड़ी जटिलताओं का सरल समाधान प्रदान करके डिजिटल इंडिया के सपने को और साकार करता है। अब ग्राहक बिना इंतजार के तुरंत जवाब पा सकते हैं, शिकायतें दर्ज कर सकते हैं और पेमेंट निर्देशों को आसानी से मैनेज कर सकते हैं। इससे समय की बचत होगी और डिजिटल भुगतान का अनुभव बेहतर होगा।
UPI Help, AI की ताकत से डिजिटल भुगतान के क्षेत्र में एक सकारात्मक बदलाव लेकर आया है। यह नई सेवा न केवल लेन-देन को सरल बनाएगी, बल्कि डिजिटल लेन-देन को अधिक सक्षम, तेज और भरोसेमंद भी बनाएगी, जिससे भारतीय यूजर्स का डिजिटल ट्रांजैक्शन अनुभव पहले से बेहतर होगा।