आज के समय में क्रेडिट कार्ड सिर्फ़ शॉपिंग तक सीमित नहीं रह गए हैं। कई लोग इन्हें EMI और निवेश के लिए भी इस्तेमाल करने लगे हैं। लेकिन सवाल यह है कि क्या यह तरीका सही है? विशेषज्ञों का मानना है कि क्रेडिट कार्ड का उपयोग सोच-समझकर करना चाहिए, क्योंकि इसके फायदे जितने आकर्षक हैं, नुकसान उतने ही गंभीर हो सकते हैं।
- तुरंत सुविधा: क्रेडिट कार्ड से EMI पर खरीदारी करना आसान है और तुरंत जरूरत पूरी हो जाती है।
- कैश फ्लो मैनेजमेंट: निवेश के लिए कार्ड का इस्तेमाल करने से लोग अपनी मासिक आय को बेहतर तरीके से मैनेज कर सकते हैं।
- उच्च ब्याज दरें: अगर समय पर भुगतान न किया जाए तो क्रेडिट कार्ड की ब्याज दरें बहुत ज्यादा होती हैं।
- कर्ज का बोझ: EMI पर लगातार खर्च करने से कर्ज़ बढ़ सकता है और वित्तीय दबाव बन सकता है।
- निवेश पर जोखिम: क्रेडिट कार्ड से निवेश करना अस्थिर हो सकता है, क्योंकि ब्याज का बोझ रिटर्न को कम कर देता है।
- डेबिट कार्ड या नेट बैंकिंग: EMI और निवेश के लिए सीधे बैंक खाते से भुगतान करना सुरक्षित है।
- ऑटो-डेबिट सुविधा: निवेश योजनाओं में ऑटो-डेबिट सेट करने से समय पर भुगतान होता है और ब्याज का बोझ नहीं बढ़ता।
- UPI और डिजिटल वॉलेट्स: ये विकल्प आसान, सुरक्षित और बिना अतिरिक्त शुल्क के होते हैं।
कई लोगों के लिए क्रेडिट कार्ड EMI या निवेश का सहारा बन जाते हैं, खासकर जब तुरंत पैसे की जरूरत होती है। लेकिन अगर भुगतान में चूक हो जाए तो यह सहारा बोझ में बदल सकता है। सही विकल्प चुनना न केवल आर्थिक सुरक्षा देता है बल्कि मानसिक शांति भी।
क्रेडिट कार्ड EMI और निवेश के लिए इस्तेमाल किए जा सकते हैं, लेकिन यह तभी फायदेमंद है जब भुगतान समय पर किया जाए। अन्यथा यह कर्ज और तनाव का कारण बन सकता है। सुरक्षित विकल्पों को अपनाकर लोग अपनी वित्तीय यात्रा को संतुलित और सुरक्षित बना सकते हैं।