Chhath Puja 2025 Usha Arghya Time: छठ पूजा का तीसरे दिन का अनुष्ठा डूबते सूरज को अर्घ्य देने के साथ सम्पन्न हो चुका है। अब लोकआस्था के महापर्व के चौथे और अंतिम दिन भगवान भास्कर को सुबह के समय अर्घ्य दिया जाएगा। कार्तिक शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को 28 अक्टूबर के दिन छठ व्रती सुबह उगते सूरज को अर्घ्य देंगे। साथ ही, वे छठ माता और भगवान सूर्य से परिवार की सुख-शांति और संतान की लंबी उम्र और अच्छी सेहत की कामना करेंगे। प्रात: अर्घ्य के साथ ही कल छठ महापर्व का समापन होगा और छठ व्रतियों का 36 घंटे तक चलने वाला निर्जला उपवास भी समाप्त हो जाएगा। बता दें, छठ पर्व की शुरुआत शनिवार 25 अक्टूबर को कार्तिक शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से हुई थी। चार दिनों तक चलने वाले इस त्योहार की शुरुआत कार्तिक शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को नहाय खाय के साथ होती है। इसके अगले दिन खरना किया जाता है, जिसमें व्रती पूरे दिन निर्जला उपवास करते हैं और शाम को सूर्यास्त के बाद गुड़ की खीर और पूरी का प्रसाद ग्रहण करने के बाद 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरू करते हैं। षष्ठी का दिन छठ पूजा का सबसे अहम दिन होता है। कल सुबह देश के विभिन्न शहरों में सूर्योदय का अर्घ्य किस समय दिया जाएगा? यहां देश के प्रमुख शहरों में सूर्योदय के समय की जानकारी दी जा रही है। जानिए आपके शहर में कब नजर आएंगे भगवान भास्कर
