कामदा एकादशी का व्रत भगवान विष्णु को समर्पित एक अत्यंत पावन व्रत है, जिसे भक्त पूरी श्रद्धा और नियमों के साथ रखते हैं। इस एकादशी का महत्व इसलिए भी विशेष है क्योंकि ये वर्ष की पहली एकादशी होती है, और मान्यता है कि इसका पालन करने से मनचाही कामनाओं की पूर्ति होती है। व्रत रखने के बाद अगले दिन, यानी 9 अप्रैल को पारण (व्रत खोलने की विधि) सुबह 06:02 से 08:34 बजे के बीच करना शुभ माना गया है। पारण का ये समय शास्त्रों के अनुसार सबसे उत्तम होता है क्योंकि इस समय द्वादशी तिथि विद्यमान रहती है।