Karwa Chauth 2025: हिंदू धर्म में करवा चौथ के व्रत को विवाहित महिलाओं का महत्वपूर्ण व्रत माना जाता है। सुहागिन महिलाएं इस दिन सूर्योदय से लेकर चंद्रोदय तक निर्जला व्रत करती हैं और अपने पति की लम्बी उम्र की कामना करती हैं। यह व्रत उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, गुजरात और राजस्थान में बहुत उत्साह और धूमधाम से मनाया जाता है। कई परिवारों में अविवाहित कन्याएं मनचाहे वर की प्राप्ति के लिए इस व्रत को करती हैं। ये व्रत हर साल कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को किया जाता है। इस साल ये व्रत 10 अक्टूबर को किया जाएगा।
करवा चौथ व्रत की तिथि और पूजा का मुहूर्त
करवा चौथ तिथि प्रारंभ : 9 अक्टूबर 2025 रात 10.54 बजे
करवा चौथ तिथि समाप्त : 10 अक्टूबर 2025 रात 7.38 बजे
व्रत का समय : 10 अक्टूबर सुबह 6.22 बजे से शाम 7.19 बजे तक
10 अक्टूबर शाम 6.06 बजे से 7.19 बजे तक
पहली बार कर रही हैं व्रत तो ये नियम जरूर जानें
बिना सरगी खाए व्रत शुरू न करें
करवा चौथ का व्रत सुबह सरगी खाकर ही शुरू किया जाता है। सरगी में फल, मिठाई, सूखे मेवे और पानी जैसी चीजें शामिल होती हैं। बता दें, सरगी करवा चौथ के व्रत का अहम हिस्सा होता है और इसे बिना खाए यह व्रत अधूरा माना जाता है।
यह व्रत निर्जला किया जाता है। दिन में प्यास लगने पर गलती से भी पानी न पिएं। बहुत प्यास लगने ठंडे पानी से हाथ-मुंह धो सकती हैं। व्रत के दौरान पानी पीने से व्रत खंडित हो जाता है।
करवा चौथ के दिन लाल, गुलाबी, पीले रंग के ही कपड़े पहनने चाहिए। इस दिन काले और सफेद रंग के कपड़े पहनना अशुभ माना जाता है।
कैंची, सुई, चाकू के इस्तेमाल से बचें
इस व्रत के दिन कैंची, सुई, चाकू जैसी नुकीली वस्तुओं का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए। माना जाता है कि इन चीजों का इस्तेमाल करने से व्रत का फल कम हो जाता है।
गलती से भी किसी की बुराई न करें
करवा चौथ व्रत के दिन मन को शांत रखना चाहिए। इस दिन किसी से झगड़ा न करें और न किसी की बुराई करें। पति-पत्नी रिश्ते में मधुरता बनाए रखें।