Margashirsha Purnima 2025: हिंदू धर्म में मार्गशीर्ष मास को बहुत पवित्र माना जाता है। धर्म शास्त्रों में इसे भगवान श्री कृष्ण का प्रिय माह बताया गया है। इसलिए इसमें भगवान कृष्ण की पूजा का विशेष महत्व है। इस माह का समापन मार्गशीर्ष पूर्णिमा से होता है। इसमें माता लक्ष्मी, भगवान विष्णु और चंद्रदेव की पूजा की जाती है। कहीं-कहीं इस दिन मां अन्नपूर्णा और सूर्य देव की पूजा का विधान भी बताया गया है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, मार्गशीर्ष मास में की गई पूजा, व्रत और दान का फल अन्य मासों की तुलना में कई गुना अधिक मिलता है। यही कारण है कि मार्गशीर्ष पूर्णिमा को सबसे शुभ और मंगलकारी तिथि माना जाता है। इस दिन गंगा स्नान, दान-पुण्य और जप करने से कई गुना अधिक फल मिलता है, जिससे मानसिक शांति, घर परिवार में स्थिरता और सकारात्मक ऊर्जा की प्राप्ति होती है। इसे भक्ति, दान और आध्यात्मिक उन्नति का विशेष अवसर भी माना गया है।
