Mokshada Ekadashi Upay: एकादशी तिथि भगवान विष्णु को समर्पित होती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, एकादशी के व्रत को भगवान विष्णु की कृपा पाने का सबसे सरल उपाय माना जाता है। एक हिंदू वर्ष में 24 एकादशी तिथियां आती हैं, यानी प्रत्येक माह में दो एकादशी। एक कृष्ण पक्ष में और शुक्ल पक्ष में। मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मोक्षदा एकादशी कहते हैं। जैसा कि नाम से ही पता चल रहा है, इस एकादशी का व्रत करने वाले भक्तों के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं और उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है।
मान्यता है कि एकादशी के दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करने से जीवन में शुभता बढ़ती है और सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। मार्गशीर्ष माह की मोक्षदा एकादशी मोक्ष, सौभाग्य और समृद्धि का द्वार मानी गई है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार दिन दीपक से जुड़े कुछ उपाय करने से जीवन के बड़े से बड़े कष्टों को दूर हो जाते हैं। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पंडित आनंद भारद्वाज कहते हैं दीपक की रोशनी अंधेरे को ही नहीं, मन के भय, दुख और आर्थिक संकट को भी दूर करती है।
पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष शुक्ल एकादशी तिथि 30 नवंबर की रात 9 बजकर 29 मिनट से लेकर 1 दिसंबर 2025 की शाम 7 बजकर 01 मिनट बजे तक रहेगी। उदिया तिथि के अनुसार मोक्षदा एकादशी का व्रत 1 दिसंबर को रखा जाएगा।
मोक्षदा एकादशी पर जरूर करें दीपक के ये उपाय