New Year 2026 Shubh Sanyog: बहुत शुभ संयोग में आएगा नया साल, जानें 1 जनवरी को बने रहे 9 शुभ योगों के बारे में

New Year 2026 Shubh Sanyog: नए साल की उत्सव की तैयारियां जोर-शोर से की जा रही हैं। ज्योतिष विशेषज्ञों के अनुसार, इस बार नया साल कई शुभ संयोगों में आ रहा है। 01 जनवरी 2026 को एक-दो नहीं पूरे 9 शुभ संयोगों का निर्माण हो रहा है। आइए जानें 01 जनवरी के शुभ मुहूर्त

अपडेटेड Dec 12, 2025 पर 11:52 PM
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नववर्ष 2026 का आगमन एक-दो नहीं 9 शुभ संयोगों में हो रहा है।

New Year 2026 Shubh Sanyog: नए साल का काउंटडाउन शुरू हो चुका है। नए साल के स्वागत को लेकर अलग तरह का उत्साह लोगों में रहता है। धार्मिक आस्था रखने वाले लोगों ये उत्सुकता जरूर रहती है कि नए साल के पहले दिन ग्रह- नक्षत्रों की स्थिति कैसी रहेगी। इस बार नया साल बहुत शुभ संयोगों में आएगा। ज्योतिष विशेषज्ञों के अनुसार, इस बार नए साल का पहला दिन बहुत खास है। नववर्ष 2026 का आगमन एक-दो नहीं 9 शुभ संयोगों में हो रहा है। इस दिन शुभ मुहूर्त सुबह से ही बन रहे हैं। इस बार नए साल के पहले दिन पर जो संयोग बन रहे हैं, उनकी कृपा से आपको भगवान विष्णु और देवों के देव महादेव दोनों की ही कृपा प्राप्त होगी। यह दिन इतना सुंदर है कि उस दिन शिव जी और भगवान विष्णु दोनों की पूजा का शुभ संयोग बना है।

नए साल के पहले दिन ये हैं शुभ मुहूर्त

ब्रह्म मुहूर्त : 05:25 बजे से 06:19 बजे

शुभ-उत्तम मुहूर्त : 07:14 बजे से 08:32 बजे

अभिजीत मुहूर्त : 12:04 बजे से 12:45 बजे

लाभ-उन्नति मुहूर्त : 12:25 बजे से 01:42 बजे


अमृत-सर्वोत्तम मुहूर्त : 01:42 बजे से 03:00 बजे

विजय मुहूर्त : 02:08 बजे से 02:50 बजे

अमृत काल : 07:57 बजे से 09:23 बजे

इन शुभ संयोग में होगा नए साल का आगमन

  • नए साल के पहले दिन पौष माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि है। जो प्रात:काल से रात 10:22 बजे तक है, उसके बाद से चतुर्दशी तिथि है। ये दोनों ही तिथियां भगवान शिव को समर्पित हैं।
  • 1 जनवरी 2026 के दिन गुरु प्रदोष व्रत है। यह नए साल का पहला प्रदोष है। इस दिन शिव पूजा करने से मनोकामनाएं पूरी होती है।
  • नववर्ष के पहले दिन गुरुवार व्रत भी है। यह भगवान विष्णु को समर्पित है। विष्णु और लक्ष्मी पूजा करने से धन और संपत्ति में बढ़ोत्तरी होगी।
  • नए साल के पहले दिन शुभ योग बन रहा है। यह प्रात:काल से लेकर शाम 05:12 बजे तक है।
  • 1 जनवरी को शुक्ल योग शाम को 05:12 बजे से लेकर रात तक है। शुक्ल और शुभ दोनों ही योग मांगलिक और नए कार्यों के लिए अच्छे माने जाते हैं।
  • साल के पहले दिन रोहिणी नक्षत्र है, जो प्रात:काल से लेकर रात 10:48 बजे तक है। इसे विकास, सुख, समृद्धि, सौंदर्य का प्रतीक माना जाता है। उस दिन मृगशिरा नक्षत्र रात 10:48 बजे से है।
  • नए साल के शुभारंभ पर रवि योग बन रहा है। 1 जनवरी को रवि योग रात 10:48 बजे से लेकर 2 जनवरी को सुबह 07:14 बजे तक है। रवि योग में दोष मिट जाते हैं, सूर्य पूजा से कल्याण होता है।
  • 1 जनवरी को भगवान शिव का वास उनके प्रिय गण नंदी पर है। नंदी पर शिववास सुबह से लेकर रात 10:22 बजे तक है। ऐसे शिववास में रुद्राभिषेक कराना उत्तम फलदायी होता है।
  • नववर्ष के पहले दिन चंद्रमा अपनी उच्च राशि वृषभ में विराजमान होंगे। वृषभ राशि का चंद्रमा शक्तिशाली होता है और शुभ फल प्रदान करता है। इससे लोगों के सुख, मानसिक शांति, निर्णय क्षमता में वृद्धि होती है।

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