Paush Month 2025: आज से हिंदू कैलेंडर का 10 महीना पौष शुरू हो रहा है। धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से से माह बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। इस माह में भगवान सूर्य की पूजा करने और उन्हें अर्घ्य देने से कई ग्रहों के दोष दूर होते हैं और पितरों का श्राद्ध करने से उनकी आत्मा को शांति मिलती है। इस माह में भगवान विष्णु और तुलसी माता की पूजा का भी विशेष महत्व बताया गया है। पौष के महीने में मांगलिक कार्यों पर रोक रहती है, लेकिन पूजा-पाठ करने की मनाही नहीं होती है। इसलिए इसे बहुत पावन मास माना जाता है। इस माह में तुलसी से जुड़े पूजन का विशेष महत्व बताया गया है। माना जाता है कि पौष माह में तुलसी पूजन करने से व्यक्ति को सुख, समृद्धि और अच्छी सेहत मिलती है। हिंदू धर्म में तुलसी को पवित्र और देवी लक्ष्मी का स्वरूप माना गया है। इसलिए खास तिथियों पर तुलसी की पूजा करने से आर्थिक तंगी दूर होती है।
मार्गशीर्ष माह के बाद 5 दिसंबर से पौष महीने की शुरुआत हो जाएगी। बैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग के तीर्थपुरोहित प्रमोद श्रृंगारी ने लोकल 18 को बताया कि इस महीने में नियमित तुलसी की पूजा जरूर करनी चाहिए। ऐसा करने से जीवन में सुख-समृद्धि की वृद्धि होती है। उन्होंने बताया कि पौष के महीने में संकटों से मुक्ति पाने के लिए विशेष उपाय के तौर पर तुलसी की श्रद्धापूवर्क पूजा कर सकते हैं। इसके लिए 16 दिसंबर को संक्रांति से एक दिन पहले आने वाली पौष माह की एकादशी तिथि को तुलसी के पत्ते पर चंदन से भगवान विष्णु सहस्रनाम का एक-एक नाम लिखें। अगर कोई व्यक्ति एक दिन में ऐसे एक हजार पत्तों पर नाम लिखकर भगवान विष्णु को अर्पण कर दे, तो जीवन के सभी संकट समाप्त हो जाएंगे और सिर्फ सुख-समृद्धि ही बनी रहेगी।
इसी तरह, तुलसी पर कुछ खास चीजें अर्पण करने की भी सलाह दी है। उन्होंने बताया, पौष माह में हर रोज तुलसी में जल के साथ-साथ घी अवश्य अर्पण करना चाहिए। तुलसी पर चुनरी चढ़ाएं और संध्या के समय घी का दीपक जलाएं। ऐसा करने से माता लक्ष्मी बेहद प्रसन्न होती हैं और घर में कभी भी आर्थिक तंगी नहीं आती है। इसके अलावा, पौष के महीने में दान करना भी बहुत शुभ माना जाता है, जिससे व्यक्ति के जीवन के सभी ग्रह दोष समाप्त हो जाते हैं।