Saphala Ekadashi Vrat ke Labh: पौष माह का पहला एकादशी व्रत होगा इस दिन, जानें सफला एकादशी व्रत करने के पांच लाभ

Saphala Ekadashi Vrat ke Labh: सफला एकादशी का व्रत पौष माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को किया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन भगवान विष्णु की पूजा और व्रत करने से 1000 अश्वमेध यज्ञ के बराबर पुण्य फल की प्राप्ति होती है। आइए जानें इसे करने के पांच लाभ

अपडेटेड Dec 12, 2025 पर 7:00 AM
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इस साल यह व्रत 15 दिसंबर को किया जाएगा।

Saphala Ekadashi Vrat ke Labh: हिंदू धर्म में एकादशी व्रत बहुत महत्व और पवित्र माना जाता है। भगवान विष्णु को समर्पित इस व्रत को करने से 1000 अश्वमेध यज्ञ के बराबर पुण्य फल की प्राप्ति होती है। यह व्रत पौष माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को मनाया जाता है। यह इस माह का पहला एकादशी व्रत होता है। पौष को भी हिंदू वर्ष के पवित्र महीनों में से एक माना जाता है। इस साल यह व्रत 15 दिसंबर को किया जाएगा। इस माह में पूजा, स्नान और दान की विशेष मान्यता है। ऐसे में भगवान विष्णु का एकादशी व्रत पुण्य फल में इजाफा करता है। आइए जानें सफला एकादशी का व्रत किस दिन किया जाएगा और इसे करने का क्या लाभ है

सफला एकादशी व्रत का महत्व

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सफला एकादशी का व्रत रखने से मानसिक, शारीरिक और आत्मिक शांति प्राप्त होती है। माना जाता है कि यह जीवन के विभिन्न पहलुओं में सकारात्मक परिवर्तन लाने में मदद करता है। इस दिन विशेष रूप से उपवास रखने और भगवान विष्णु की पूजा करने का महत्व है। सफला एकादशी के दिन विधि-विधान से व्रत और पूजा करने से व्यक्ति को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है और उसके सभी कार्य सफल होते हैं।

सफला एकादशी व्रत के फायदे:

आध्यात्मिक उन्नति : सफला एकादशी का व्रत व्यक्ति को आध्यात्मिक उन्नति की दिशा में भी अग्रसर करता है। यह दिन भगवान विष्णु की भक्ति में समय बिताने से व्यक्ति को आत्मज्ञान प्राप्त होता है।


पुण्य की प्राप्ति : सफला एकादशी के दिन व्रत और पूजा करने से पुण्य की प्राप्ति होती है। हिंदू धर्म में माना जाता है कि इस दिन भगवान विष्णु की विशेष पूजा करने से समस्त पापों से मुक्ति मिलती है और जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती है।

धार्मिक शांति और मानसिक संतुलन : सफला एकादशी का व्रत मानसिक तनाव को कम करने में मदद करता है। इसे करने से व्यक्ति के जीवन में धार्मिक शांति और मानसिक संतुलन आता है। व्रत में संयम रखने और भगवान विष्णु की पूजा करने से मन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और व्यक्ति का मन शांत रहता है।

मनोकामनाओं की पूर्ति : सफला एकादशी का व्रत विशेष रूप से मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए माना जाता है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने और व्रत रखने से व्यक्ति की इच्छाएं पूरी होती हैं। अगर कोई व्यक्ति किसी विशेष इच्छा या काम में बाधा का सामना कर रहा है, तो उसे यह व्रत करने से विशेष लाभ मिलता है।

आर्थिक तंगी और परेशानियों से राहत : सफला एकादशी का व्रत रखने से परेशानियों में कमी आती है। आर्थिक तंगी या मानसिक तनाव से जूझ रहे लोगों के लिए यह व्रत विशेष रूप से मददगार साबित हो सकता है। यह व्रत आध्यात्मिक शुद्धता के साथ-साथ जीवन में खुशहाली और समृद्धि लाने में सहायक होता है।

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