Women's Cricket World Cup 2025: भारत ने गुरुवार (गुरुवार) को आईसीसी महिला वनडे विश्व कप के दूसरे सेमीफाइनल सात बार की चैंपियन ऑस्ट्रेलिया पांच विकेट से हराकर फाइनल में प्रवेश किया। अब रविवार (2 नवंबर 2025) को फाइनल में मेजबान टीम का सामना दक्षिण अफ्रीका से होगा। जेमिमा रोड्रिग्स के जुझारू शतक की बदौलत भारत ने ऑस्ट्रेलिया को पांच विकेट से मात दी।
नवी मुंबई स्थित डीवाई पाटिल स्पोर्ट्स अकादमी में आईसीसी महिला वर्ल्ड कप 2025 के दूसरे सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 339 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय सलामी बल्लेबाज शेफाली वर्मा और स्मृति मंधाना जल्दी आउट हो गईं। जेमिमा रोड्रिग्स और कप्तान हरमनप्रीत कौर की शानदार बल्लेबाजी की बदौलत भारत ने 40 ओवर में 3 विकेट पर 257 रन बनाए।
जेमिमा रोड्रिग्स ने खेली ऐतिहासिक पारी
जेमिमा रोड्रिग्स ने सबसे बड़े मंच पर अपने जीवन की यादगार पारी खेली। उनकी नाबाद 127 रन की पारी की बदौलत भारत ने महिला विश्व कप के इतिहास में अब तक के सबसे बड़े लक्ष्य का पीछा करते हुए फाइनल में प्रवेश किया। अब दो नवंबर को फाइनल में भारत का सामना दक्षिण अफ्रीका से होगा। इससे टूर्नामेंट को नया विजेता मिलेगा।
रोड्रिग्स 14 चौके जड़ित 134 गेंद की नाबाद शतकीय पारी ऑस्ट्रेलियाई सलामी बल्लेबाज फोबे लिचफील्ड के शतक पर भारी पड़ गई। इससे भारत ने 9 गेंद रहते पांच विकेट पर 341 रन बनाकर महिला वनडे में रिकॉर्ड लक्ष्य का पीछा कर गत चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को पराजित कर दिया।
हरमनप्रीत कौर का मिला साथ
भाग्य ने भी रोड्रिग्स का अच्छा साथ दिया। उन्हें कई बार जीवनदान मिला। उन्होंने इनका पूरा फायदा उठाते हुए कप्तान हरमनप्रीत कौर (89 रन) के साथ तीसरे विकेट के लिए 167 रन की साझेदारी निभाई जिसकी बदौलत भारत ने ऑस्ट्रेलिया के विश्व कप के दो चरण में 15 मैच से चले आ रहे अपराजित अभियान को समाप्त किया। जीत के बाद कप्तान हरमनप्रीत और रोड्रिग्स की आंखों में खुशी के आंसू थे।
भाग्य ने भी दिया भारत का साथ
भाग्य भी भारतीय टीम के साथ था। ऑस्ट्रेलियाई फिल्डरों ने कैच करने के कई मौके गंवाए। इसका फायदा मेजबान टीम को मिला। रोड्रिग्स और हरमनप्रीत ने संयम से खेलते हुए तीसरे विकेट के लिए 156 गेंद में 167 रन की भागीदारी निभाई। ये ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ किसी भी विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी है। हरमनप्रीत ने 88 गेंद में 10 चौके और दो छक्के जड़े।
भारत ने 30 ओवर में दो विकेट पर 189 रन बना लिए थे। जबकि ऑस्ट्रेलिया का स्कोर इस समय दो विकेट पर 193 रन था। इस तरह टीम को 20 ओवर में जीत के लिए 150 रन की दरकार थी। जबकि उसके आठ विकेट बाकी थे। रोड्रिग्स जब 82 रन पर थी तब उन्हें हीली ने अलाना किंग की गेंद पर जीवनदान दिया।
भारतीय गेंदबाजों को अनुशासित रहने की जरूरत थी। लेकिन क्रांति गौड़ लाइन एवं लेंथ में अनिरंतर रहीं तो रेणुका सिंह अपनी चिर परिचित इन स्विंग नहीं हासिल कर पाईं। भारत की सबसे ज्यादा विकेट लेने वाली दीप्ति (73 रन देकर दो विकेट) को आखिरी क्षणों में दो विकेट मिले। बारिश ने पारी के शुरू में थोड़ी देर के लिए खलल डाला था।